Shabe Qadr Wazifa : रमजान के आखिरे अशरे में शबे कद्र का दौर चल रहा है। जिस रात को कुरान मजीद में लैलतुल कद्र कहा गया है। कलाम पाक इसी मुकद्दस रात में नबी ए करीम पर नाजिल हुआ था। ये रात आखिरे अशरे की विषम यानी के वित्र ताक रातों (Ramadan Odd Nights) में पाई जाती हैं। पहली शबे कदर की रात 31 मार्च 2024 को थी। दूसरी रात (2nd Shab e Qadr) भारत में 2 अप्रैल को थी, तीसरी शबे कद्र की रात (3rd Shab e Qadr) 4 अप्रैल 2024 की रात को थी। अब 6 अप्रैल की रात को चौथी शबे कद्र (4th Shab e Qadr) यानी 27वीं शब होगी। 4th Laylatul Qadr की रात के लिए एक पावरफुल वजीफा हम आपको बता रहे हैं जिसको करने के बाद इंशा अल्लाह जन्नत आपकी मंजिल तय कर दी जाएगी। शबे कद्र की रात को कौनसा वजीफा (Shabe Qadr Wazifa) करना है यही हम बता रहे हैं। हमें भी दुआओं में शामिल रखें। इस वजीफे को आप रोजाना पढ़ने की आदत बना ले तो इंशा अल्लाह कभी भी रिज्क़ में तंगी नहीं आएगी और जिंदगी सुकून में जी सकेंगे।
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शबे कद्र का वजीफा हिंदी में
(Shabe Qadr Wazifa)
वजीफा – हस्बुनल्लाहु वा नि’मल वकील
हिंदी अर्थ – हमारे लिए अल्लाह ही काफी है और वही बेहतरीन कारसाज़ है
حسبنا الله ونعم الوكيل
इंग्लिश में – Hasbunallahu Wa Ni’mal Wakeel
अंग्रेजी अनुवाद – Allah (Alone) is Sufficient for us, and He is the Best Disposer of affairs (for us).”
संदर्भ – कुरान मजीद, सूरह आले इमरान आयत नंबर 3:173
वजीफा कब करें?
शबे कद्र में रात के तीसरे पहर में ये अमल करना है। आपको सूरह आले इम्रान की ये आयत (Surah Al ‘Imran 3:173) अव्वल आखिर दरूद शरीफ के साथ 100 बार पढ़नी है। पहले और आखिर में 11 बार दुरूदे पाक का नजराना पेश करना है। इस अमल की बरकत से न केवल आपके गुनाह नेकियों में बदल दिए जाएँगे बल्कि मौत के बाद आपको जन्नतुल फिरदौस में आला से आला मुकाम मौला अता फरमाएंगे।
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चौथी लेलतुल कद्र कब है?
पहली शबे कद्र की रात 31 मार्च 2024 को थी। दूसरी रात 23वीं रात यानी बाईसवें रमजान की रात 2 अप्रैल को थी। तीसरी शबे कद्र की रात 4 अप्रैल की रात को यानी 24वें रमजान की रात को थी। क्योंकि इस्लाम में हिजरी कैलेंडर शाम के समय से अगली शाम तक चलता है। मतलब रोजा अगर 26वां है तो उस दिन 27वीं रात होगी। ऐसे में भारत में चौथी लैलतुल कद्र (4th Shab e Qadr) की रात 6 अप्रैल 2024 की रात होगी। इसे ही 27वीं रात कहा जाता है।