जयपुर। प्रदेशभर में सफाई कर्मचारियों ने वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने और 30 हजार पदों पर भर्ती निकालने की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर की अलग-अलग सड़कों पर गंदगी और कचरा फैला हुआ है। जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जयपुर नगर निगम ग्रेटर औरर हैरिटेज में 6 हजार से ज्यादा सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते शहर की सफाई व्यवस्था ठप पड़ गई है।
शहर में जगह-जगह कचरे कें ढेर का अंबार देखने को मिला। इसके साथ ही डोर टू डोर वाहन द्वारा भी कचरा संग्रहण नहीं किया गया। इसके साथ ही सफाई कर्मियों द्वारा विरोध भी दर्ज करवाया गया। सफाई कर्मियों द्वारा पूर्व में भी 25 अप्रैल से 28 अप्रैल तक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की थी। इस दौरान वार्ता होने के कारण हड़ताल को खत्म कर दिया गया था। इस दौरान वाल्मिकी समाज और सरकार के बीच मांगों को लेकर समझोता हो गया था।
हड़ताल शुरू होने के साथ ही प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर आ गया। प्रशासन ने प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया। इस वार्ता में सफाई कर्मियों द्वारा वहीं मांगे रखी है जिसके लिए वह हड़ताल कर रहे है। सफाई कर्मियों ने बताया की वाल्मिकी समाज में योग्या अभ्यथी नहीं मिलने पर अन्य समाज को इसमें मौका दिया जाए। सफाई कर्मियों द्वारा मांग की जा रही है की इस भर्ती प्रक्रिया में वाल्मिकी समाज को प्राथमिकता दी जाए साथ ही अस्थायी कर्मचारियों को भी इस भर्ती में शामिल किया जाए।