जयपुर। QR Code Scan Fraud : इंटरनेट आने के बाद हमारी जिंदगी बहुत ही आसान बना चुकी है क्योंकि अब ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर डिजिटल पेमेंट्स तक सब काम तुरंत हो जाते हैं। मार्केट में कुछ भी खरीदने के लिए आज के समय में पेमेंट के लिए कैश या कार्ड की तुलना में QR कोड का यूज ज्यादा हाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि क्यूआर कोर्ड स्कैन कर पेमेंट करना बहुत ही आसान होता है। हालांकि, इन डिजिटल सुविधाओं के साथ ही अब डिजिटल ठगी (QR Code Scan Fraud) का मार्केट भी तेजी से पनप रहा है। अब क्यूआर कोड स्कैन कर डिजिटल पेमेंट करने से जुड़े बड़े स्कैम सामने आ रही हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि QR कोड स्कैम कैसे होता है और आप इससें कैसे बच सकते हैं।
QR कोड क्या होता है और इसमें कौनसी जानकारियां होती है?
QR कोड का डिजाइन स्क्वायर के आकार का होता है जिसमें URL, कंटेंट डिटेल्स, बैंक डिटेल या अन्य प्रकार का डेटा स्टोर होता है। QR कोड के किनारे पर 3 छोटे-छोटे स्क्वायर साइन होते हैं जिनको पोजिशन मार्क कहा जाता है। QR कोड के बीच में डेटा जोन होता है जिसमें बैंक की जानकारी होती है। QR कोड को कैमरा और ऐप के जरिए डिडेक्ट किया जाता है। क्यूआर कोर्ड में ही UPC यानि Universal Product Code बार कोड से ज्यादा जानकारी स्टोर की जाती है।
QR कोड स्कैम कैसे होता है?
QR Code Scam करने वाले साइबर ठग कुछ फर्जी वेबसाइट्स या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए आपको QR कोड भेजते हैं। जब आप उसें करते हैं तो कोई लिंक ब्राउजर पर ओपन होता है। इसके बाद तुरंत आपके बैंक अकाउंट से पैसे कट सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि कई बार फेक QR कोड को रियल QR कोड में इनबिल्ट किया जाता है। जब आप इस तरह के QR कोड को स्कैन करते हैं तो उसे किसी दूसरी वेबसाइट पर ट्रांसफर कर दिया जाता है। इसके बाद आपकी जानकारी को आसानी से हैक हो सकती है। यही QR कोड स्कैम का कारण बनता है। अधिकतक साइबर ठग रीसेल ऐप्स जैसे OLX, Quikr पर आप द्वारा प्रोडक्ट डालने पर कॉल करते हैं और खरीदने की इच्छा जताकर एडवांस पेमेंट का झांसा देकर QR कोड भेजते हैं। ऐसे में अधिकतक लोग बिना सोचे-समझे QR Code ओपन कर लेते हैं और इस तरह उनके पैसे, पर्सनल इंफॉर्मेशन ठगों तक चली जाती है।
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QR कोड से पेमेंट करते समय रखें ये सावधानियां
आपको किसी भी अपरिचित QR कोड को स्कैन करने से बचना चाहिए। यदि QR कोड स्कैन करते समय अगर अपने आप कोई वेबसाइट ओपन हो रही है तो उसे तुरंत कैंसिल कर दें। किसी भी वेबसाइट से QR कोड स्कैनर ऐप डाउनलोड नहीं करें क्योंकि ऐसा करने पर आपके मोबाइल फोन में वायरस डाउनलोड हो सकते हैं। अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन पर हमेशा लॉक लगाकर रखें। साथ ही UPI PIN किसी वेबसाइट या किसी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करें। अपने बैंक अकाउंट को सिक्योर करने के लिए स्ट्रॉंग पासवर्ड यूज करें। अगर आप अपने फोन, बैंक अकाउंट या किसी पर्सनल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कोई भी अवांछित गतिविधि देखते हैं तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और अपना पासवर्ड रीसेट करें। किसी भी रेस्टोरेंट अथवा सार्वजनिक स्थान पर लगे QR कोड को स्कैन करते समय यह जांच लें कि उसके साथ कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई। अथवा मूल कोड के ऊपर कोई स्टिकर तो नहीं लगा हुआ है।
QR कोड स्कैम का शिकार होने पर क्या करें?
हालांकि, यदि आप भी QR कोड स्कैम का शिकार हुए हैं तो सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क करें और अपना अकाउंट अस्थायी रूप से बंद करा दें। ऐसा समय रहते बैंक आउंट बंद नहीं किया तो साइबर ठग खाते से और भी पैसे निकाल सकते हैं। यदि किसी वेबसाइट की तरफ से QR कोड आया है जहां आपने अपनी पर्सनल जानकारी और पासवर्ड एंटर किया है तो तुरंत अपना पासवर्ड बदल दें। किसी भी वेबसाइट द्वारा भेजा गया QR कोड फ्रॉड हो सकता है। यदि आपके सभी बैंक अकाउंट्स का पासवर्ड एक जैसा तो उसें तुरंत बदल दें। यदि किसी साइबर ठग ने किसी वेबसाइट, ऑनलाइन बाजार या एप का यूज करके आपसे कॉन्टेक्ट किया है तो उस प्लेटफॉर्म के कस्टमर केयर से शिकायत करें। साइबर ठगी होने पर उसकी शिकायत 1930 या नजदीकी पुलिस थाने में करें। साथ ही जिले के साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज करें अथवा https://cybercrime.gov.in/ वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।