नवरात्रि का तीसरा दिन देवी चंद्रघंटा को समर्पित है
मां चंद्रघंटा सिंह की सवारी करती हैं।
दस भुजाओं वाली चंद्रघंटा स्वरूप में दिव्य दिखती हैं।
मां चंद्रघंटा को दूध से बने मिष्टान प्रिय हैं।
उन्हें भोग में दूध से बने पेड़े चढ़ा सकते हैं।
इसके अलावा आप दुध से बनी खीर भी बना सकते हैं।
दूध से बर्फी का प्रसाद भी आप मां को चढ़ा सकते हैं।
दुध से बनी कोई भी मिठाई का भोग लगा सकते हैं।
मां दुर्गा का चंद्रघंटा का स्वरुप शांतिदायक होता है।
मां चंद्रघंटा का स्वरुप कल्याणकारी भी होता है।