कोटा। कोटा के जेके लोन अस्पताल में एक नाबालिग ने बच्ची को जन्म दिया है। नाबालिग चित्तौड़गढ़ जिले की रहने वाली है। जिसका प्रसव कोटा के जेके लोन अस्पताल में करवाया गया है। हालांकि नाबालिग प्रसव के बाद स्वस्थ है लेकिन नवजात बच्ची का स्वास्थ्य खराब है। बच्ची का अस्पताल में ईलाज करवाया जा रहा है। मामले की सूचना मिलते ही चित्तौड़गढ़ की रावतभाटा थाना पुलिस जांच के लिए अस्पताल पहुंची। वही पुलिस ने इसकी सूचना चाइल्ड वेलफेयर कमिटी को दी। जिसके बाद सूचना मिलते ही चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम मौके पर पहुंची सीडब्ल्यूसी मामले की जांच में जूटी है।
मामले की जानकारी देते हुए सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन ने बताया की नाबालिग चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। नाबालिग ने एक बच्ची को जन्म दिया है। इस मामले को लेकर डॉक्टर व अस्पताल प्रसाशन से बातचीत की जा रही है।
मामले की जानकारी देते हुए सीडब्ल्यूसी कोटा के सदस्य ने बताया की नाबालिग की अस्पताल में आयु 18 वर्ष बताई गई है। लेकिन अस्पताल प्रशासन को संदेह हुआ जिसके बाद उसके जनआधार की जांच की तो उसमें नाबालिग की उम्र 12 वर्ष थी। जबकि नाबालिग की उम्र 15 से 16 वर्ष बताई जा रही है। इस पर परिजनों ने बताया की हमारे यहा कम उम्र में विवाह कर दिया जाता है। सीडब्ल्यूसी के द्वारा अस्पताल प्रशासन को देखभाज के लिए निर्देश दिए गए है। इसके साथ ही आदेश जारी करते हुए कहा है यदि परिजन कोई कदम उठाते है ता इसकी सूचना पहले बाल कल्याण समिति को दि जाए।
इस पुरे मामले में पुलिस ने बताया की नाबालिग का विवाह बचपन में ही कर दिया गया था। और जिस लड़के से नाबालिग का विवाह हुआ है उसकी उम्र 19 वर्ष है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है वही बाल कल्याण समिति भी पूरे मामले पर नजर रखें हुए है।