जयपुर। Surya Tilak Stamp : अयोध्या में राम मंदिर राम नवमी के दिन प्रभू श्रीराम की मूर्ती के माथे पर सूर्य तिलक (Surya Tilak) लगाने की चर्चा खूब हो रही है। राम मंदिर की कई ऐसी खास बातें हैं जो लोगों इसकी आकर्षित कर रही है इन्हीं में से एक है प्रभू श्रीराम के माथे पर लगाया जाने वाला सूर्य तिलक। हालांकि, सूर्य तिलक अब काफी फेमस हो चुका है जिसकी चलते इसकी मांग मंदिरों व घरों में जबरदस्त तरीके से बढ़ रही है। ऐसे में यदि आप भी सूर्य तिलक लगाना चाहते हैं तो यह बहुत ही आसान है क्योंकि मार्केट में सूर्य तिलक स्टाम्प मिल रहे हैं जिनसे आप सूर्य तिलक लगा सकते हैं। सूर्य तिलक स्टाम्प आप घर बैठे ही ऑनलाइन बहुत ही कम कीमत में मंगवा सकते हैं जिससें आपका मार्केट जाने में खर्च होने वाला समय और पैसा दोनों बचेंगे। सूर्य तिलक स्टाम आप यहां क्लिक करके बहुत ही कम कीमत में घर पर ही मंगवा सकते हैं।
सूर्य तिलक स्टाम्प से करें तिलक
आप भी अयोध्या राम मंदिर में विराममान रामलला की तरह सूर्य तिलक स्टाम्प (Surya Tilak Stamp) से लगा सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि आप ऑनलाइन ही सूर्य तिलक के साथ ही कई तरह के रंगों में चंदन भी मंगवा सकते हैं। इस समय माथे पर सूर्य तिलक लगाने का ट्रेंड जबरदस्त चल रहा है। ऐसे में आप सूर्य तिलक स्टाम्प घर बैठे ही मंगवाकर सूर्य तिलक लगाकर एक सच्चे रामभक्त के रूप में अपने आपको प्रकट कर सकते हैं।
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रामलला को इसलिए लगाया सूर्य तिलक
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीराम सूर्यवंशी थे, इसी वजह से उनको सूर्य तिलक (Surya Tilak) लगाए जाने की परंपरा है। अयोध्या में राम मंदिर में ऐसा सिस्टम बनाया गया है जिसमें सूर्य का प्रकाश गर्भगृह में विराजमान रामलला की मूर्ति के माथे पर तिलक की जैसे प्रकाशमान होगी। यानि रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें रामलला के मस्तिष्क (Surya Tilak Ram Mandir) पर पड़ेंगी जिससे उनका सूर्य तिलक होगा और इसी को सूर्य तिलक कहा जाता है। आपको बतादें कि अयोध्या राम मंदिर बनाते समय प्रभू श्रीराम को सूर्य तिलक लगाने के लिए विशेष दर्पण या लैंस (Surya Tilak Lens) का प्रयोग किया गया है।
रामलला के माथे पर लगता है सूर्य तिलक
अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि प्रत्येक राम नवमीं की तिथि पर सूर्य की किरण रामलला के प्रतिमा के मस्तिष्क पर तिलक करेंगी। रामनवमी पर सूर्य की किरणें दोपहर 12 बजे रामलला के मस्तिष्क पर तिलक करेंगी। रामलला के मस्तिष्क पर सूर्य तिलक लगभग 4 मिनट तक रहेगा। अब प्रत्येक रामनवमी पर रामलला के सिर पर सूर्य तिलक लगाया जाएगा।