आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान अब ब्रिक्स देशों के संगठन में शामिल होना चाहता है। ब्रिक्स देशों ने भी संगठन को मजबूत करने के लिए और सदस्यों को जोड़ने की बात कही
है। लेकिन इसमें पाकिस्तान को जगह मिलने की उम्मीद ना के बराबर है। पाकिस्तान की सरकार देश को बदहाली से निकालने की कोशिशों में जुटी है। बता दें कि भारत और चीन के अलावा रूस, ब्राजील और साऊथ अफ्रीका इस संगठन के सदस्य हैं।
19 देशों ने संगठन में शामिल होने की जताई इच्छा
इस समय पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति निम्न स्तर पर है। पाकिस्तान सरकार देश की बदहाली से निकलने का हरसंभव प्रयास कर रही है। इसके लिए पाकिस्तान ने ब्रिक्स देशों के संगठन में शामिल होने की इच्छा जताई है। बता दें कि इस साल अगस्त में ब्रिक्स समिट का आयोजन साउथ अफ्रीका में होने वाला है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान इसको देखते हुए वहां ब्रिक्स समिट में संगठन में शामिल होने की मांग को आगे बढ़ा सकता है। पाकिस्तान के अलावा सऊदी अरब, ईरान समेत 19 देशों ने ब्रिक्स का सदस्य बनने के लिए पेशकश की है।
पाकिस्तान के संगठन से जुड़ने पर कम होगी विश्वसनीयता
हालांकि ब्रिक्स देशों ने भी संगठन को मजबूत करने के लिए और सदस्यों को जोड़ने की बात कही है। लेकिन इसमें पाकिस्तान को जगह मिलना लगभग नामुमकिन है। क्योंकि इस संगठन में तेजी से विकास करने वाले देश शामिल है। ऐसे में पाकिस्तान के इसमें जुड़ने से संगठन की विश्वसनीयता घट जाएगी। आपको बता दें BRICS को 16 जून 2009 में बनाया गया था। उस समय इसमें ब्राजील, रूस, भारत और चीन शामिल थे। उसके बाद दिसंबर 2010 में साउथ अफ्रीका इसका सदस्य बना।