जयपुर- अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 64 दिन तक हड़ताल पर बैठे मंत्रालयिक कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है। राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ की ओर से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लगातार हड़ताल की जा रही थी जिसके कारण प्रशासनिक कार्य बाधित हो रहे थे। राजस्थान राज्य मंत्रालय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राज सिंह चौधरी और सरकार के कार्मिक सचिव हेमंत गेरा के बीच समझौता वार्ता हुई। दोनों के बीच हुई समझौता वार्ता में मंत्रालय कर्मचारियों की मांगों पर सहमति बनी। समझौता वार्ता के बाद कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है। हड़ताल खत्म होने के बाद कर्मचारी एक बार फिर से अपने काम पर लौट आए हैं।
मंत्रालय कर्मचारियों द्वारा हड़ताल पर रहते हुए कई मंत्रियों एवं विधायकों का घेराव किया गया था। आखिर कार कर्मचारियों और सरकार के बीच चल रहा गतिरोध इस समझौता वार्ता के बाद खत्म हो गया है। मंत्रालयिक कर्मचारी शासन सचिवालय का घेराव करने पहुंचे थे इस दौरान कर्मचारियों को प्रशासन ने रोक दिया। इस दौरान मंत्रालयिक कर्मचारी और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। जिसके बाद कर्मचारियों का गुस्सा चरम सीमा पर पहुंच गया।
मुख्यमंत्री गहलोत से वार्ता के बाद कर्मचारी नेताओं और कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव के बीच कई घंटों तक वार्ता चली। लंबी चली इस वार्ता में कर्मचारियों के हित में निर्णय लिया गया। लंबी चली इस वार्ता के बाद में कर्मचारियों की विभिन्न मांगों पर सहमति बनी। कर्मचारियों द्वारा ग्रेट पे और शैक्षणिक योग्यता को कमेटी बनाकर परीक्षण करने एवं उसका निस्तारण करने की मांग की जा रही थी। इसके साथ ही कर्मचारियों द्वारा पंचायती राज के पदोन्नति पदों में वृद्धि राजस्व और शिक्षा विभाग में नए पदों का सृजन सहित कई मांगों को लेकर विरोध दर्ज करवाया जा रहा था।