Aaj ki Hadees 17 April 2024 : नबी-ए-क़रीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की कही गई बातों को ही हदीस कहा जाता है। इस्लाम में कुरान शरीफ के बाद हदीस को ही महत्व दिया जाता है। सरकारे मदीना ने जो कह दिया वह होकर रहता है ऐसा मुसलमानों का ईमान है। आखिरी रसूल हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बाद अब कोई नबी नहीं आयेगा। हम आपको बुध के दिन आज की हदीस (Aaj ki Hadees 17 April 2024) बताने जा रहे हैं। ये हदीस मियां बीवी पर आधारित है। इस्लाम में शौहर यानी पति पर वाजिब है के वह बीवी के लिये अपनी हैसियत के मुताबिक रोटी और कपड़े का इंतजाम करे। उम्मीद करते हैं कि हमारी ये नई कोशिश आपको पसंद आएगी। रब हमें इसकी जज़ा अता फरमाएँ।
यह भी पढ़ें : Aaj ki Hadees 16 April 2024 : आज की हदीस, मंगल के दिन प्यारे नबी की प्यारी बातें जान लें
आज की हदीस, बुध के दिन नबी का फरमान
(Aaj ki Hadees 17 April 2024)
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम (ﷺ) ने फरमाया है कि
“तुम पर वाजिब है के तुम औरतों के लिए कायदे के मुवाफिक खाने और कपड़े का इंतजाम करो।”
संदर्भ – सहीह बुखारी मुस्लिम: २९५०
यह भी पढ़ें : Ramzan me Period : रोजे की हालत में पीरियड आ जाए तो क्या करें मुस्लिम महिलाएं
शौहर पर बीवी के खर्चे की जिम्मेदारी
इस्लाम में औरतों को काफी सहूलत दी गई है। कई लोग जो ये कहते है कि इस्लाम औरतों पर जुल्म करता है तो वे अल्लाह के रसूल Sallallahu Alaihi Wasallam की ये हदीस सुन ले। जिसमें प्यारे आका ने साफ तौर पर फरमाया है कि पति की ये जिम्मेदारी है कि वह अपनी पत्नी का खर्चा खुद उठाये। यानी उसके लिए खाना और कपड़ों का इंतजाम करना पतिदेव की जिम्मेदारी है। अल्लाह हमें भी अपनी बीवियों के हक सही से अदा करने की तौफीक अता फरमाएँ। खासकर शादीशुदा मुस्लिमों के बीच में ये पोस्ट जमकर शेयर करें।
नोट (Disclaimer)
ये तमाम हदीस सहीह बुखारी मुस्लिम (Sahih Bukhari Muslim Hadith) से संदर्भ के तौर पर हिंदी में अनुवादित की गई है। हमारा मकसद किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। लेकिन अगर फिर भी हमसे कोई कमी पेशी गलती होती है तो अल्लाह के वास्ते हमें माफ करें।