अरब सागर से गुजर रहा बिपरजॉय तूफान भीषण चक्रवात में बदल गया है। आईएमडी के मुताबिक अब कभी भी यह गुजरात से टकरा सकता हैं। इसके लिए गुजरात के तटीय इलाकों में लोगों को जाने से मना किया है। 14-15 जून को तूफाने के गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने की आशंका है। गुजरात में 150किमी प्रति घंटे की स्पीड से संकट आने वाला है।
बिपरजॉय के खतरे में भारत-पाकिस्तान, 150किमी प्रति घंटे की स्पीड से आ रहा संकट
इस तूफान के चलते मुंबई और गुजरात के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश का दौर जारी है। खबरों के मुताबिक इस भीषण तूफान की चपेट में आने से 5 लोगों की मौत हो चुकी है।
14-15 जून के दौरान कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिले के लिए अलर्ट जारी किया है। इस तूफान का सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र-कच्छ इलाके में होगा।
7500 लोगों को किया जा चुका शिफ्ट
अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के चलते गुजरात के तटीय इलाकों में जाने से मना किया है। वहीं तूफान प्रभावित स्थानों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। गुजरात के तटीय जिलों- कच्छ, पोरबंदर, द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के प्रभावित इलाकों से अब तक 7500 लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है। वहीं कच्छ-सौराष्ट्र में समुद्र तट से 10 किलोमीटर की सीमा में स्थित गांवों के 23 हजार लोगों को आज से शिफ्ट किया जाएगा। मंगलवार सुबह तक यह तूफान पोरबंदर से 300 किमी, द्वारका से 290 किमी, जखौ पोर्ट से 340 किमी, नालिया से 350 किमी दूर था।