Rupala Controversy Statement: गुजरात के राजकोट से सांसद पुरुषोत्तम रुपाला की क्षत्रिय समाज पर टिप्पणी के विरोध में अब देश भर के राजपूत समाज में आक्रोश देखने को मिल रहा है। लेकिन इस टिप्पणी को लेकर बीजेपी नेताओं ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह उनका निजी बयान है और पार्टी से इसका कोई लेना देना नहीं है। लेकिन इसके बाद भी राजपूत समजा रूपाला के टिकट को वापस लेने की मांग पर अड़ा है।
राजपूत समाज करेगा बीजेपी के खिलाफ प्रचार
अगर रूपाला का टिकट वापस नहीं लिया जाता है तो आने वाले दिनों पूरे देशभर में बीजेपी के खिलाफ राजपूत समाज प्रदर्शन करने के साथ चुनावों में उसका बहिष्कार करेगा। बीजेपी अभी तक टिकट वापसी को लेकर नहीं सोच रही है और वह बीजेपी के राजपूत नेताओं को आगे करके इस मामले को ठंडे बस्ते में डालने का काम कर रही है।
यह भी पढ़ें: Raj Shekhawat Pagdi Controversy: राज शेखावत की पगड़ी उछालना पड़ेगा भारी, करणी सेना के कार्यकर्ताओं में आक्रोश
गोगामेड़ी की पत्नी को किया नजरबंद
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत को गुजरात में पुलिस ने नजरबंद कर लिया है। राजकोट से सांसद पुरुषोत्तम रुपाला की क्षत्रिय समाज पर टिप्पणी के विरोध में बड़ा सम्मेलन बुलाया गया था और इसमें शामिल होने शील शेखावत जा रही थी। लेकिन उन्हें रास्ते में ही रोक कर हिरासत में ले लिया गया था। शीला शेखावत ने बताया कि उन्हें आधी रात को नजर बंद किया गया और शाम 6:30 बजे तक नजरबंद रखा गया।
समाज ऐसी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेगा
शीला शेखावत ने रूपाला के टिकट काटने की मांग करते हुए माफी मांगने के लिए कहा है। क्योंकि उन्होंने पूरे क्षत्रिय समाज पर बयानबाजी की है और इसके कारण देशभर में आक्रोश है। बीजेपी आलाकमान को उनकी टिकट काटकर किसी दूसरे को दे दी जानी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो जरूरत पड़ी तो बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: Phalodi Satta Bazar 17 April 2024: सट्टा बाजार में कांग्रेस की दमदार वापसी का दावा, क्या रिपीट नहीं होगी मोदी सरकार?
राज शेखावत ने दी चेतावनी
रूपाला के बयान को लेकर राज शेखावत ने भी बीजेपी आलाकमान को चेतावनी दी है कि उनका टिकट काटा जाए। अगर ऐसा नहीं करते है तो गुजरात के साथ पूरे राजस्थान में बीजेपी के खिलाफ प्रचार किया जाएगा। राज शेखावत को गुजरात पुलिस ने नजरबंद किया था और इसी दौरान उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ जिसके कारण भी समाज में भारी आक्रोश देखने को मिला था।