WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने रॉउज एवेन्यू कोर्ट में आज चार्जशीट पेश की। इस मामले में बृजभूषण को राहत मिली है। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को बृजभूषण शरण सिंह को क्लीन चिट दे दी है। अब तक इस मामले में पुलिस 200 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। कुल 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसमें से नाबालिग पहलवान ने बृजभूषण के खिलाफ लगाए गए सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप वापस ले लिए हैं। नाबालिग के बयान बदलने के कारण ही बृजभूषण को दिल्ली पुलिस से क्लीन चिट मिल गई है। नाबालिग मामले में अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को एक हजार पेज की दो चार्जशीट रॉउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल कीं। इनमें एक चार्जशीट 6 पहलवानों के आरोपों पर दाखिल की गई। वहीं, दूसरी नाबालिग के यौन शोषण के मामले में 550 पन्नों की क्लोजर रिपोर्ट है। इस मामले में बृजभूषण के अलावा असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर का नाम भी है।
पुलिस ने दी क्लोजर रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण को क्लीन चिट देने के साथ ही क्लोजर रिपोर्ट भी दी। गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने कैंसिलेशन रिपोर्ट में कहा, 'जांच में यौन शोषण के कोई सबूत नहीं मिले हैं। इसलिए इस केस को बंद कर रहे हैं।' नाबालिग पहलवान ने पूर्व में बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे, लेकिन बाद में बयान बदलते हुए कहा कि कुश्ती ट्रायल में भेदभाव किया था। कोर्ट ने नाबालिग केस की अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी। इसके बाद कोर्ट ही तय करेगा कि बृजभूषण के खिलाफ पॉस्को एक्ट में केस चलेगा या नहीं।
बता दें कि 21 अप्रैल को 7 महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को दो मामले दर्ज किए थे। पहला मामला 6 बालिग महिला पहलवानों की शिकायत पर था, जबकि एक केस नाबालिग की शिकायत पर दर्ज किया गया था।