जयपुर। राजस्थान में दिसबंर माह में विधानसभा चुनाव होने वाले है। राजस्थान में आमतौर पर सरकार बदलने का ट्रेंड रहा है, लेकिन इस बार का चुनाव थोड़ा अलग हो सकता है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टीयों ने चुनावी मैदान में उतरने के लिए कमर कस ली है। विधानसभा चुनाव को लेकर आरएलपी पार्टी भी पूरी ताकत झोक रही है। अब ऐसे में आरएलपी पार्टी सुप्रिमों हनुमान बेनीवाल पर सबकी नजर टिकी हुई है की आखिर सांसद हनुमान बेनीवाल अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगे या फिर भाजपा या कांग्रेस में से किसी एक के साथ।
सांसद हनुमान बेनीवाल विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने को पूरी तरह से तैयार है। सांसद बनीवाल ने हाल ही में दिए बयान में कहा भाजपा और कांग्रेस में जो काम निकालने के लिए जुड़ा है वह जुड़ा रहे मगर आचार संहिता लगते ही अपनी तरफ लौट आए। हनुमान बेनीवाल के इस बयान से भाजपा कांग्रेस दोनों पार्टी के नेताओं के बीच खलबली मची हुई हैं। विधानसभा चुनाव में सांसद हनुमान बेनीवाल किसका समिकरण बिगाड़ते हे यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।
हनुमान बेलीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी विधानसभा चुनाव में सभी सीटों से प्रत्याक्षी मैदान में उतारने जा रही है। सांसद हनुमान बेनीवाल का सबसे ज्यादा फोकस इस चुनाव में मारवाड़ पर रहेगा। सांसद बेनीवाल मारवाड़ की 43 सीटों पर विशेष ध्यान दे रहे है। इन सीटों पर सांसद हनुमान बेनीवाल को बेहतर करने की उम्मीद है अब ऐसे में पार्टी इन सीटों पर जीत के लिए हर संभव प्रयास करेंगी।
वर्ष 2018 की बात करे तो विधान सभा चुनाव में आरएलपी पार्टी के 3 विधायको ने जीत दर्ज की थी। वही 2 सीटों पर आरएलपी पार्टी के दो प्रत्याशीयों ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था। सांसद हनुमान बेनीवाल को इस चुनाव में काफी उम्मीद है। हालांकी हनुमान बेनीवाल से भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने दूरी बनाई हुई है।