भगवान शिव की पावन धरा केदारनाथ मंदिर में सोने के गर्भगृह को लेकर विवाद हो रहा है। मंदिर के पुजारी संतोष त्रिवेदी ने सोने की परत पर जड़ित प्लेटों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि गर्भगृह में सोने की परत लगाने के नाम पर सवा अरब रुपए का घोटाला किया गया। मंदिर के गर्भगृह में लगाया गया सोना, पीतल में बदल गया है। उन्होनें कहा कि जो भी इस कार्य के लिए जिम्मेदार है उन सभी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
मंदिर के पुजारी त्रिवेदी का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मंदिर प्रशासन पर उन्होंने अरबों रुपए की हेरफेर का भी आरोप लगाया है। त्रिवेदी ने कहा कि सोना लगाने का विरोध किया गया था। इसके बावजूद सोना लगाया गया। लेकिन ये सोना, पीतल में बदल गया है। उन्होंने कहा कि BKTC, सरकार और प्रशासन में जो भी इस कार्य में शामिल थे। उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।
वहीं इस विवाद के बीच मंदिर प्रबंधन की ओर से सफाई दी गई है। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) की ओर से जारी बयान में इस आरोप को भ्रामक बताकर इसका खंडन किया गया है। साथ ही मंदिर प्रबंधन की ओर इस मामले में एक प्रेस रिलीज जारी किया गया है। इसमें लिखा कि 2022 में एक दानदाता के सौजन्य से मंदिर के गर्भ गृह के दीवारों एवं जलेरी को स्वर्णमंडित करवाने का काम किया गया था। लेकिन कुछ लोग भ्रामक बातों के साथ जनमानस की भावनाओं को आहत करने का प्रयास कर रहे हैं।
कुछ लोगों द्वारा एक वीडियो वायरल किया जा रहा है जिसमें वो दावा कर रहे हैं कि मंदिर में 1 अरब 15 करोड़ रुपए का सोना गर्भगृह में लगाया गया था। जबकि मंदिर के गर्भ गृह में एक कुल 23 किलो 777 ग्राम सोना लगाया गया है जिसका वर्तमान मूल्य बाजार में करीब 14.38 करोड़ रुपए है। मंदिर में कुछ तांबे की प्लेटों को भी लगाया गया था जिसका कुल वजन 1,001.30 किलोग्राम है। इस प्लेट का कुल मूल्य 29 लाख रुपए है। इन खबरों को भ्रामक बताते हुए BKTC ने कहा कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।