Aaj ka Wazifa 26 April 2024: इस्लाम एक ऐसा मजहब है जो साइंस की बुनियाद पर पूरी तरह से खरा उतरता है। वजीफा वो अमल है जिसे रोजाना मुस्लिम बंधु अपनी मु्श्किलात को दूर करने के लिए एक नियत फोर्मेट में करते हैं। पाक साफ होकर सच्चे दिल से अमल करें तो इंशाअल्लाह फायदा होगा। हम जो भी दुआ वजीफा या अमल बताएंगे उसे आपको पूरी शिद्दत से और यकीन के साथ करना है। तभी अल्लाह की ज़ात से मदद मिलेगी। आज का वजीफा में जुमे के दिन 26 अप्रैल 2024 के दिन (Aaj ka Wazifa 26 April 2024) आपको दुरूद शरीफ का अमल करना है। इंशा अल्लाह वजीफे की वजह से अल्लाह तआला आपके 80 साल के गुनाह मुआफ़ फरमा देंगे। सरवरे कायनात की शफाअत के आप मुस्तहिक़ हो जाएंगे। बेशक अल्लाह बहुत माफ करने वाला और रहम करने वाला है। हमें भी अपनी दुआओं में शामिल रखें।
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आज का वजीफा जुमे के दिन का अमल
(Aaj ka Wazifa 26 April 2024)
ये वजीफा आपको जुम्मे के दिन (Aaj ka Wazifa 26 April 2024) अस्र की नमाज के बाद करना है। इससे आपको रूहानी सुकून हासिल होगा। वजीफे की वजह से अल्लाह तआला आपके 80 साल के तमाम गुनाह माफ फरमा देंगे। फरिश्ते आपके लिए दुआ ए मगफिरत करेंगे। नबी ए करीम की शफाअत आप पर वाजिब हो जाएगी। बस दिल में नीयत रखे कि अल्लाह हमें देख रहा है और वह हमारी शाह रग से भी करीब है।
1. वजीफे से पहले 3 बार दुरूद-ए-इब्राहिम पढ़ें।
2. 100 बार ये दुरूदे पाक (80 साल के गुनाह माफ करवाने वाला दुरूद शरीफ) पढ़ना है।
“अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदीन निन नबीयिल उम्मियि वआला आलिही वसल्लम तस्लीमा”
“Allahumma Salli Ala Muhammadin Nin Nabiyyil Ummiyyi Wa’ala Aalihi Wasallim Taslima”
O Allah bless Muhammad, the unlettered Prophet, and his family and grant them best of peace.
3. वजीफे के बाद फिर से 3 बार दुरूद-ए-इब्राहिम पढ़ें
दुरूद शरीफ क्या होता है?
इस्लाम में जो दुआ अपने पैगंबर नबी या रसूल के लिए मांगी जाती हैं, उसे दुरूद शरीफ (Salawat) कहा जाता है। मतलब आप अपने नबी के लिए दुआ करते हैं। दुरूद शरीफ पढ़ने के बहुत फायदे हैं। लेकिन खास जुम्मे के दिन ये वजीफा अगर आप अस्र की नमाज के बाद पढ़ें तो बेहतर होगा। वजीफे के दौरान किसी से बात नहीं करनी है। तन्हाई में अल्लाह से लौ लगाकर दुरूद शरीफ का विर्द करना है।
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दुरूद-ए-इब्राहिम हिंदी में (Durood Ibrahim In Hindi)
अल्लाहुम्मा सल्ले अला मुहम्मदिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा सललेता अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम इन्नका हमीदुम मजीद अल्लाहुम्मा बारिक अला मुहम्मदिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा बारकता अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम इन्नक हमीदुम मजीद।
हिंदी तर्जुमा (Durood Ibrahim In Hindi)
ऐ मेरे अल्लाह हजरत मुहम्मद और मुहम्मद के खानदान पर अपना फजल व करम फरमा, जैसे कि आपने इब्राहीम और इब्राहीम के खानदान पर अपना फजल व करम फ़रमाया बेशक आप काबिले तारीफ है, सबसे उम्दा है।
ऐ अल्लाह मुहम्मद और मुहम्मद के खानदान पर बरकत नाजिल फरमा जैसा कि आपने इब्राहीम और इब्राहीम के खानदान पर बरकत नाजिल किया | आप सबसे शानदार और तारीफ के लायक है।
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