Rajasthan Farmer Innovation: राजस्थान के किसान लगातार खेती में नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। अपने इन्हीं इनोवेशन के चलते वे लखपति बन रहे है। कुछ ऐसा ही कर रहे है भरतपुर जिले के किसान, जोकि अपनी पारंपरिक खेती को छोड़ नगदी और बागवानी खेती पर फोकस कर रहे है। इसकी वजह से उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है और जीवन समृद्ध हो रहा है। इस तरह की खेती का उदारहण पेश कर रहे है लंगोटपुरा गांव के किसान हरिमोहन।
एनडीटीवी के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, भरतपुर के लंगोटपुरा गांव के किसान हरिमोहन कुशवाह अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए ‘सफेद रंग के गेंदे के फूल’ की खेती कर रहे हैं। उन्होंने 3 हेक्टेयर खेत में इनकी खेती की है, जिससे उनकी आर्थिक स्तिथि भी मजबूत हो रही है। स्वयं हरिमोहन कुशवाह बताते है कि, वह हर साल लाखों रुपये की आमदनी कर रहे है। इसके बाद उन्हें रोजगार की तलाश में भटकना नहीं पड़ता हैं।
यह भी पढ़े: लोगों को मालामाल कर रही ये फूल गोभी, यहां सस्ते में मिल रहे पावरफुल बीज
सालभर में ₹15 लाख तक होती है कमाई
कुशवाह बताते है कि ‘सफेद रंग के गेंदे के फूल’ की खेती में ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती है। 10 बीघा फसल को सात-आठ मजदूर आराम से संभाल सकते है। कुशवाह के मुताबिक सफेद गेंदे के फूल की खेती का एक हेक्टेयर में 20 से 25 टन उत्पादन किया जा सकता है। 60 से 65 दिनों में यह तैयार होता है। इस खेती से सालभर में करीब 15 लाख रुपये की आमदनी हो जाती है। गर्मियों में यह किसानों की आय का एक बेहतर प्रयोग साबित हो रहा हैं।
यह भी पढ़े: 2 किलो बीज से किसान ने पैदा किए 120 क्विंटल गेहूं, आप भी जान लीजिए तरीका
शादियों के सीजन में रहती है भारी मांग
वाइट मेरिगोल्ड नाम से प्रसिद्ध सफेद गेंदों के फूलों की मांग राजस्थान के किसानों को आगरा, देहली, जयपुर, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों से प्राप्त हो रही है। गौरतलब है कि सजावटी वस्तुओं से लेकर शादी विवाहों में इन सफ़ेद गेंदों के फूल की मांग काफी संख्या में रहती हैं।