जयपुर। महापौर मुनेश गुर्जर सहित पार्षदों ने अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा को निलंबित करने की मांग की हैं। इस धरान पर्दशन को लकेर महापौर मुनेश ने कहा पार्षद अपनी जायज मांग को लेकर धरना दे रहें हैं। अब इस मामले को लेकर अतिरिक्त अयुक्त राजेन्द्र वर्मा ने मेयर मुनेश गुर्जर, गुर्जर के पति सहित 10 से ज्यादा पार्षदों के खिलाफ एससी-एससटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया हैं। अतिरिक्त अयुक्त राजेन्द्र वर्मा की शिकायत पर कमिश्नर ने सरकार को पत्र लिखकर मुकदमा दर्ज करवाने की अनुमति भी मांगी हैं।
मेयर गुर्जर ने भी लगाया था वर्मा पर अभद्रता का आरोप
इस पूरे मामले में अतिरिक्त आयुक्त राजेन्द्र वर्मा ने बाहरी लोगों पर भी जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने का आरोप लगाया हैं। 16 जून को अतिरिक्त आयुक्त की पार्षदों और मेयर के साथ बहस के बाद गुस्साए पार्षदों ने आयुक्त को कमरे में बंद कर दिया था इस दौरान मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर भी वहा मौजूद थे। इस बहसबाजी के बाद गुस्साएं पार्षदों ने इस्तीफा सौप दिया और धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान मेयर मुनेश गुर्जर ने अतिरिक्त आयुक्त पर अभद्रता का आरोप लगाया था।
उपासना समिति की बैठक में फाइल कमिश्नर को सौंपी- वर्मा
इस पूरे मामले में अतिरिक्त आयुक्त ने पत्र लिखकर कहा की पार्षदों ने उन्हें बंधक बनाकर धमाकाया साथ ही इस दौरान गाली गलौच भी की। वर्मा ने कहा की मेयर द्वारा 16 जून को अपने चैम्बर में बुलाया गया था जब वह नहीं पहुंचे तो पार्षद आकर जोर-जोर से चिल्लाने लगे। उसके बाद उन्दें बंधक बना लिया गया, रात्री 9 बजे तक बंधक बना कर रखा। मेयर को सारी जानकारी दे थी उसके बावजूद भी बंधक बनाकर रखा। अतिरिक्त आयुक्त ने पत्र में बताया की 15 जून को ही उपासना समिति की बैठक में फाइल कमिश्नर को भिजवा दी गई थी।