जयपुर। सब अपनी क्षमता, प्रतिभा और इंट्रेस्ट के अनुसार अपना भविष्य तय करते हैं कि वो कौनसा काम करने में कितने सक्षम हैं और कितना अच्छा कर सकते हैं. हम सब किसी न किसी से इंस्पायर होकर कुछ कर गुजरने का मन बनाते हैं. उसके लिए हम अपना 100 फीसदी देने की कोशिश करते हैं. ऐसे में हम आपको एक ऐसी ही महिला अफसर की स्टोरी बता रहे हैं जो अखबर देखकर कर मोटिवेट हुई और SDM बन गई।
SDM मनी अरोरा
SDM मनी अरोरा यूपीएसी टॉपर से इंस्पायर हुईं. जब साल 2012 के बैच का रिजल्ट आया तो उस समय शैना अग्रवाल ने यूपीएससी टॉप किया था. जब रिजल्ट से अगले दिन अखबार आया तो हर जगह शैना की फोटो उनकी फैमिली के साथ छपी हुई थी. यह देखकर मनी ने भी मन बना लिया कि उन्हें भी यूपीएससी पास करना है.
पिता चलाते हैं कपड़े की शॉप
मनी के पिता अश्वनी अरोड़ा की कपड़े की शॉप है. मनी के पिता के मुताबिक उन्होंने पर्सनल लोन लेकर बेटी को यूपीएससी की तैयारी कराई थी. मनी की मां प्रवीन अरोड़ा ने कहा था कि जब बेटी की यूनिवर्सिटी में एमएससी में दूसरी रैंक आई थी तब वह समझ गई थीं कि वह कुछ बड़ा करेंगी.
तीन बार दिया एग्जाम
मनी ने 3 बार यूपीएससी का एग्जाम दिया था. पहले 2 अटेंप्ट में मनी अपनी रैंक से खुश नहीं थीं. साल 2017 में तीसरी बार में उनकी रैंक 360 आई थी. इस रैंक के साथ उन्हें रेलवे में नौकरी मिली थी. UPSC क्लियर करने के बाद उनकी बड़ोदरा में ट्रेनिंग हुई थी. इसके साथ ही उन्होने यूपीपीसीएस का एग्जाम दिया था. जब वह ट्रेनिंग कर रही थीं उसी दौरान उनका यूपीपीसीएस का रिजल्ट आया और उनकी रैंक 24 आई और मनी अरोड़ा एसडीएम बन गईं.
मुरादाबाद की एसडीएम हैं मनी
इस समय मनी मुरादाबाद की एसडीएम हैं. UPPCS क्लियर करने के बाद मनी ने फैसला किया कि वह यूपीएससी क्लियर करके मिली रेलवे की नौकरी छोड़ देंगी और डिप्टी कलेक्टर की नौकरी जॉइन करेंगी. डिप्टी कलेक्टर की नौकरी पाने वाली मनी अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी सिर्फ पढ़ाई पर फोकस किया.