गायिका मुक्ता चड्ढा के निर्देशन में दी एकल गीतों की प्रस्तुति
तू इस तरहा से मेरी जिंदगी में शामिल है और जब छाये मेरा जादू जैसे गीतों के साथ शहर के ‘सरगम’ महिला समूह की ओर से शनिवार को जवाहर कला केन्द्र में ‘सुरों के रंग-सरगम के संग’ कार्यक्रम का आयोजित किया गया। बॉलीवुड गोल्डन एरा के सुपरहिट गीतोें का कार्यक्रम में शहर की 21 महिलाओं ने भाग लिया।
प्रदेश की गायिका मुक्ता के चड्ढा के निर्देशन में आयोजित इस सुरमय कार्यक्रम में महिलाओं ने एक से बढ़कर एक दिलकश गीतों की प्रस्तुतियां दी। इस समूह में डॉक्टर, लेक्चरर, बिजनेस वूमैन और कई प्रोफेशनल सिंगर्स महिलाएं भी शामिल हुई। उषा अग्रवाल और अनुराधा माथुर के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन देश की जानी-मानी कथक नृत्य गुरू विदूषी प्रेरणा श्रीमाली और राजस्थान संगीत संस्थान की फ्रोफेसर डॉ. सीमा सक्सेना ने किया।
गीतों ने बांधा समां
दिल हूम हूम करे, तू शायर है मैं तेरी शायरी, आपका खत मिला आपको शुक्रिया, मैं हूं खुश रंग हिना, वादियां मेरा दामन, तू इस तरहा से मेरी जिंदगी में शामिल है और जब छाये मेरा जादू जैसे 22 सुपरहिट गीतों को महिलाओं ने प्रस्तुत किया। जिसने दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
इन महिला गायकों ने दी प्रस्तुति
मुक्ता चड्ढा, अनुराधा माथुर, राजश्री सेमन्त, ममता झा, प्रिय बोथरा, रितु श्रीवास्तव, इला कुलश्रेष्ठ, डॉ. राशि अग्रवाल, भावना कश्यप, मधुलिका उज्जवल, संध्या असवाल, आकृति वशिष्ठ, भारती शर्मा, अदिति शर्मा, रेनु माथुर, मीरा सक्सेना, संतोष भाटी, निशा शर्मा, बीना भार्गव, विनीता कोडवानी और पूनम जैन।
कार्यक्रम के अन्त में समूह गीत ‘सजन रे झूठ मत बोलो खुदा के पास जाना है’ प्रस्तुत किया। जिसने माहौल को आध्यात्म के रंग मे रंग दिया।