ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे….. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इजिप्ट पहुंचने पर इसी गाने से स्वागत हुआ। वे दो दिनों के इजिप्ट के दौरे पर गए हुए हैं। जहां वे प्रेसिडेंट अब्देल फतेह अल सीसी से मुलाकात करने वाले हैं। पिछले 6 माह में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की यह दूसरी मुलाकात है।
इससे पहले इजिप्ट के राष्ट्रपति सीसी भारत के दौरे पर आए थे। 1997 में पहली बार भारतीय प्रधानमंत्री मिस्र पहुंचे थे। इस मुलाकात से दोनों देशों के व्यापारिक संबंध मजबूत होने की संभावना जताई जा रही है। यह यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि इजिप्ट भारत के साथ टेक्नोलाॅजी और डिफेंस के सेक्टर में जुड़ने का प्रयास कर रहा है।
विश्व युद्ध के शहीदों को मोदी देंगे श्रद्धांजलि
पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान कई मामलों पर चर्चा तो करेंगे ही वे वहां कुछ खास जगहों का दौरा भी करेंगे। वे वहां 11 वीं सदी की बनी अल हकीम मस्जिद का दौरा करने वाले हैं। इस मस्जिद को दाउदी बोहरा समुदाय की सहायता से बनवाया गया था। यही नहीं पीएम मोदी पहले विश्वयुद्ध में शहीद हुए सैनिकों के स्मारक होलियो पोलिस पर भी श्रद्धांजलि देगे। इस स्मारक को राष्ट्रमंडल की ओर से बनवाया गया है। जो इजिप्ट में प्रथम विश्व युद्ध में जान गवांने वाले 3,799 भारतीय सैनिकों को समर्पित किया गया है।
गर्मजोशी से किया भारतीय समुदाय ने स्वागत
भारतीय समुदाय के इजिप्ट में बसे लोगों ने उनका वहां बहुत गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जहां पहुंचते ही उनका एक महिला ने जब ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे गाने के साथ स्वागत किया तो पीएम के चेहरे पर मुस्कान छा गई। यही नहीं भारतीय समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी के स्वागत में यहां वंदेमातरम और मोदी मोदी के नारे भी लगाए।
भारत की मदद से संकट से उबरा इजिप्ट
रूस और यूक्रेन में युद्ध छिड़ने के बाद इजिप्ट को भी बहुत नुकसान हुआ था। क्योंकि यूक्रेन ही इजिप्ट को फूड प्रोडक्ट्स सप्लाई करता था। जिससे वहां भुखमरी के हालात पैदा होने लगे थे। ऐसे में भारत सरकार ने मदद का कदम बढ़ाते हुए वहां 62 टन गेहूं भेजा था।
इजिप्ट के साथ मिलिट्री डील हो सकती है सहायक
भारत सरकार और इजिप्ट सरकार के बीच रिश्ते अच्छे होने से दोनों ही देशों को फायदा हो सकता है। एक ओर जहां पहले से ही ऐसी खबरें उठ रही हैं कि दोनों देशों के बीच में कोई मिलिट्री डील हुई है। वहीं वहां की सरकार भारत से मिलिट्री प्रजेंस बढ़ रही है।