Bani Thani pe Kavita : चित्रकला एक ऐसी कला है जिसमें आप किसी की तस्वीर या नजारे को हूबहू कागज या कैनवास पर उकेर देते है। प्राचीन भारत से चित्रकला की कई शैलियां चलती आई हैं। बात राजस्थान की हो तो यहां की बणी-ठणी चित्रकला शैली को सारी दुनिया में मोनालिसा का दर्जा प्राप्त है। किशनगढ़ शैली की ये खूबसूरत पेंटिंग जब किसी शायर के सामने आती है तो वह कुछ ऐसी की दिलकश कविता (Bani Thani pe Kavita by Rockshayar) कागज पर उकेर देता है। अब मौका कोई भी हो हमारा शायर इरफान जरा भी नहीं चूकता है। तो पेश है भारत की मोनालिसा बणी-ठणी पर शानदार कविता (Bani Thani pe Kavita) जिसका आनंद लेते हुए आप Bani Thani के सौंदर्य को महसूस कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें : चुनाव पर सच्ची लेकिन कड़वी शायरी, Elections Shayari 2024 by Rockshayar
बणी-ठणी पे कविता (Bani Thani pe Kavita by Rockshayar)
यह केवल एक चित्र नहीं, संपूर्ण जीवन शैली है
बणी-ठणी की बात निराली, सौंदर्य की सहेली है।
किशनगढ़ के राजा सावंत सिंह के काल में इसका उद्भव हुआ
राजपूताना की राधा कहलायी, और अजयमेरु का गौरव बढ़ा।
प्रेयसी के प्रेम में मग्न होकर, महाराज नागरीदास कहलाये
मुसव्विर निहालचंद की कूची से, उसके कई पोट्रैट बनवाये।
विख्यात आर्टिस्ट एरिक डिक्सन की, जब इस पर नज़र पड़ी
ऐसी नायाब पेंटिंग को उन्होंने, भारत की मोनालिसा संज्ञा दी।
राजस्थान की कला संस्कृति और विरासत के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमारे WhatsApp Channel से जुड़े।
1755 ईस्वी में, इस चित्रशैली का विकास हुआ
देखने वालों को हर बार, नया एक एहसास हुआ।
चेहरा और क़द लंबा, तथा नाक नुकीली रहती है
टकटकी बाँधे देखो इसे, यह तस्वीर बात करती है।
बैकग्राउंड में इसके तालाब और, तैरती हुई नौकाएं हैं
थोड़ी मासूमियत थोड़ी नज़ाक़त, थोड़ी शोख अदाएं हैं।
एक बार जो शख़्स इस खूबसूरत तस्वीर को देख लेता है
दिल-ओ-दिमाग़ पे उसके, गज़ब का ख़ुमार छा जाता है।
• भारत री मोनालिसा
Bani Thani painting is a Rajasthani miniature art form from India. it was composed by Nihalchand. It portrays a young woman, Bani Thani paintings often depict themes of love, beauty, and romance.#monalisa #banithani pic.twitter.com/AKwwUDJFS1
— Anjas (@anjasrajasthani) June 16, 2023
पलक झपकते ही, सुनहरे दौर में ले जाती है
यह वो तस्वीर है, जो आँखों से मुस्कुराती है।
प्रेम की परिभाषा, सरल शब्दों में बताती है
रूप की मधुशाला, यह नैनों से छलकाती है।
ऐसा अद्भुत आकर्षण है, के बताया ना जा सके
दिव्य आभा वो दर्पण है, जो छुपाया ना जा सके।
यह भी पढ़ें : जयपुर का हैंडमेड पेपर कैसे बनता है, सांगानेर का हस्तनिर्मित कागज, राजस्थान की हस्तकलाएँ स्पेशल स्टोरी
किशनगढ़ का नाम, सारे जग में मशहूर किया
कलाप्रेमियों ने इसे, हाँ नाम हुस्न की हूर दिया।
1973 में भारत सरकार ने, एक डाक टिकट जारी किया
बणी-ठणी कलाकृति को, जगत के ज़हन पर तारी किया।
यह सिर्फ एक तस्वीर नहीं, मुकम्मल इतिहास है
दीदार करते ही जिसका, होता मखमली एहसास है।।
– इरफान अली RockShayar (रॉकशायर)
लेखक का परिचय
पेशेवर लेखक होने के साथ ही इरफान जयपुर के उभरते हुए शायर (Urdu Hindi Poet) भी है। 18 सालों का विभिन्न क्षेत्रों का तजुर्बा रखते हैं। गुलाबी शहर जयपुर में रहते हैं और इलक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में M.Tech (Electronics and Communication) किया हुआ है। RockShayar के नाम से हिंदी उर्दू शायरी लिखते हैं।