कैलादेवी का लक्खी मेला जहां देश में अपनी विशेष पहचान रखता है वहां से हाल ही में एक दुखद खबर सामने आ रही है। लक्खी मेले में शामिल होने जा रहे श्रद्धालुओं का एक जत्था शनिवार को चंबल नदीं में बह गया। खबरों के अनुसार करीब डेढ़ दर्जन लोग चंबल में गिर गए उनमें से 3 के शव मिलने की खबर आई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रेदश से शनिवार को पैदल यात्रियों का जत्था करौली स्थित कैलादेवी के लक्खी मेले में शामिल होने के लिए जा रहा था। जैसे ही ये करौली जिले के मंडरायल उपखंड से होकर गुजर रही चंबल के रोधई घाट के पानी में से निकलने लगे तभी पानी का बहाव अचानक तेज हो गया और सभी पदयात्री चंबल के पानी में बह गए।
ये सभी मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के सिलायचौन गांव के निवासी है। पदयात्रियों के समूह में करीब 17 लोग शामिल थे। इनमें 3 लोगों के शव की पुष्टि हो चुकी है। अन्य लापता लोगों की गोताखोरों की मदद से तलाश जारी है। खबरों के अनुसार घटना की सूचना मिलते ही करौली जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, एसपी नारायण टोकस और अन्य पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा।
राजस्थान के करौली जिले में कैलादेवी का लक्खी मेला लगता है। जिसमें हर साल देश के दूरदराज क्षेत्र से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है। यह लक्खी मेला 19 मार्च से शुरू होगा । मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की मूलभूत व्यवस्था के लिए और उनकी सुरक्षा के लिए कैला देवी मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण तैयारियां कर ली गई है।