जयपुर। जयपुर हैरिटेज नगर निगम में चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। महापौर मुनेश गुर्जर व पार्षदों की अब मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा ने महापौर मुनेश गुर्जर के साथ ही पार्षदों कें खिलफ माणन चौक पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया हैं। अतिरिक्त आयुक्त वर्मा ने महापौर मुनेश गुर्जर व पार्षदों पर जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने व जबरन दस्तखत करवाने का आरोप लगाया हैं। पुलिस ने वर्मा की शिकायत पर मामला दर्ज कर जाचं एसीपी डॉ हेमंत जाखड़ को सौंपी हैं।
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया की अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा ने थाने पर उपस्थित होकर मामला दर्ज करवाया हैं। मामले में वर्मा ने बताया की महापौर मुनेश गुर्जर, उप महापौर असलम फारूकी के साथ ही अन्य पार्षदों ने उसके साथ में जबरदस्ती की और फाइलों पर हस्ताक्षर करवाने का प्रयास किया। वर्मा ने कहा सभी ने राज कार्य में बाधा उत्पन करने का प्रयास करते हुए मुझे जबरन बुंधक बना लिया। पुलिस ने वर्मा की शिकायत पर एससी-एसटी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी हैं।
16 जून को अतिरिक्त आयुक्त की पार्षदों और मेयर के साथ बहस के बाद गुस्साए पार्षदों ने आयुक्त को कमरे में बंद कर दिया था इस दौरान मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर भी वहा मौजूद थे। इस बहसबाजी के बाद गुस्साएं पार्षदों ने इस्तीफा सौप दिया और धरने पर बैठ गए थे। वहीं इस मामले को लेकर वर्मा ने कहा मेयर द्वारा 16 जून को अपने चैम्बर में बुलाया गया था जब वह नहीं पहुंचे तो पार्षद आकर जोर–जोर से चिल्लाने लगे। उसके बाद उन्दें बंधक बना लिया गया, रात्री 9 बजे तक बंधक बना कर रखा था।