अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरु होने वाली है, लेकिन कुछ दिनों पहले से ही अमरनाथ यात्री जम्मू में पहुंचने लगे है। तीर्थयात्रियों के बेसकैंप पहुंचने पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पिछले साल हुई दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर इस बार ऐहतियात बरता जा रहा है। जोखिम वाले स्थानों पर यात्रियों को हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 30 जून को जम्मू भगवती नगर बेस कैम्प से घाटी के लिए रवाना होगा।
तंबाकू मुक्त होगी यात्रा
इस साल अमरनाथ यात्रा को पूरी तरह से तंबाकू मुक्त यात्रा बनाया जा रहा है। इसके लिए जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य विभाग ने 28 जून को एक आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार यात्रा में पड़ने वाले सभी पड़ावों पर तंबाकू प्रोडक्ट्स की बिक्री पूरी तरह बैन रहेगी। JK स्वास्थ्य विभाग ने नेशनल टोबैको कंट्रोल प्रोग्राम के तहत अमरनाथ यात्रा को तंबाकू मुक्त बनाने कहा गया है। इस प्रोग्राम में गांदरबल और अनंतनाग जिले की डिस्ट्रिक्ट सेल भी प्रशासन की मदद करेगी।
रिस्क जोन में पहनना होगा हेलमेट
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने भी नियम बनाए हैं। उनके मुताबिक रिस्क जोन में यात्रियों को हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। यात्रा के दौरान हाई रिस्क वाला स्थान करीब 2.5 किमी का है। पैदल यात्रियों के अलावा जो लोग खच्चर से जाएंगे उनके लिए भी हेलमेट जरूरी होगा। यात्रा के समय श्राइन बोर्ड की ओर से यात्रियों को फ्री में हेलमेट दिए जाएंगे। अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ मनदीप कुमार भंडारी के मुताबिक, लैंडस्लाइड और पत्थर गिरने की घटनाओं को देखते हुए इस बार हाई रिस्क जोन वाले ढाई किमी के रास्ते में यात्रियों को हेल्मेट अनिवार्य किया गया है।