स्वीडन में अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर एक शख्स ने ईद-अल-अजहा के मौके पर बुधवार को स्टॉकहोम में एक मस्जिद के बाहर कुरान ही जला डाली। प्रदर्शन कर रहे युवक ने ये सब कुछ स्वीडिश सरकार से परमिशन लेकर किया। इसे यह सब करने के लिए अभिव्यक्ति के अधिकार के तहत यह इजाजत दी गई थी। ऐसा करते देख युवक को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा।
पहले फाड़े पन्ने और फिर मांस रखकर लगा दी आग
इस शख्स ने प्रदर्शन करने के लिए पहले तो कुरान के पन्ने फाडे़ फिर उससे अपने जूतों को पौंछ कर उसमें मांस का टुकड़ा रखा। इतने पर भी उसका जी नहीं भरा तो उसमें आग भी लगा दी गई। ये सब करने के बाद वहां उस शख्स ने स्वीडन का झंडा लहराया। यह सब देख रहे लोगों में से एक व्यक्ति ने गाॅड इज ग्रेट के नारे लगाकर उस पर पत्थर भी फेंके। जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
तुर्किये ने जताया विराध
कुरान जलाने के मामले पर तुर्किये ने इसपर अपना विरोध प्रकट किया है। यहां विदेश मंत्रालय की ओर से एक मंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि अभिव्यक्ति की आजादी सभी को है, लेकिन कोई भी इसका नाम लेकर इस्लाम का विरोध नहीं कर सकता।
स्वीडन पुलिस करेगी फैसला
मामले पर स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने कहा है कि, इस तरह से अपना विरोध प्रदर्शन करना कानूनी दायरे में आता है। इस मामले में कैसे और क्या कार्रवाई की जाएगी यह पुलिस को ही तय करना है। फिलहाल पुलिस ने उस प्रदर्शनकारी पर एक धर्मविशेष को टारगेट करने की बात कहकर केस दर्ज किया है।