राहुल गांधी पर लंबे समय से ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी में जाकर भारत की छवि को खराब करने के आरोप लग रहे है। यहां तक की उन्हें एंटी नेशनल भी कहा गया। संसद में उनसे माफी मांगने की भी मांग की जा रही है। वहीं राहुल गांधी ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र पर सवाल खड़ा करने वाले को देशद्रोही नहीं कह सकते।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को विदेश मंत्रालय ने पार्लियामेंट्री कंसल्टेटिव कमेटी की बैठक आयोजित हुई। इसी मीटिंग के दौरान राहुल गांधी ने अपने विदेशी बयान पर सफाई दी। उन्होनें यह भी कहा कि मैनें पूरे देश के लिए या भारतीय सरकार के लिए ऐसा नहीं कहा।
मैनें केवल एक व्यक्ति के लिए ऐसा कहा था। साथ ही राहुल गांधी ने इस बात के लिए इनकार किया कि उन्होनें विदेशी सरकार को देश में दखअंदाजी करने के लिए नहीं कहा। केवल भारतीय लोकतंत्र का मुद्दा उठाने मात्र से ही मैं एंटी नेशनल नहीं हो सकता। राहुल गांधी ने कहा कि यह हमारे देश का अंदरूनी मामला है और हम इसे बैठकर सुलझा सकते है।
विदेश मंत्रालय की ओर से ली गई पार्लियामेंट्री कंसल्टेटिव कमेटी की बैठक में जी-20 में भारत की प्रेसीडेंसी को लेकर चर्चा की गई। इस मीटिंग की शुरआत विदेश मंत्री एस जयशंकर के प्रेजेंटेशन से हुई। बैठक में राहुल गांधी का मुद्दा उठाने और बहस होने पर जयशंकर ने कहा कि यह मंच इसलिए नहीं है। अगर आपको सफाई देनी है तो संसद में दे। यहां केवल बैठक के विषयों पर ही बात की जाएगी। राजनीतिक मुद्दों के लिए यह मंच नहीं है।