राजस्थान में मौजूदा सरकार के बिगड़े हालातों को संभालने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमान संभाल ली है। गुरुवार 6 जुलाई को दिल्ली में दोनों दिग्गजों ने राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक आयोजित की। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा सहित कई नेता शामिल हुए।
मीटिंग की खास बातें
इस बैठक में शामिल होने के बाद वेणुगोपाल ने बताया कि आज की मीटिंग में सभी नेताओं ने राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस सरकार को लाने पर जोर दिया। उन्होनें कहा कि अगर सभी नेता एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला ले तो कांग्रेस यह चुनाव जीत सकती है। बैठक में यह भी बात हुई कि सभी को अनुशासन का पालन करना होगा। पार्टी की बात पार्टी के भीतर ही रहनी चाहिए। पार्टी की आंतरिक राजनीति के बारे में बाहर के किसी भी व्यक्ति को खबर नहीं होनी चाहिए। अगर कोई इस तरह की अनुशासनहीनता करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आज की बैठक में यह भी तय किया गया कि उम्मीदवारों के जीतने की क्षमता के आधार पर उनका चयन किया जाएगा।
गहलोत-पायलट के विवाद को सुलझाने में जुटे दिग्गज
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम पायलट के बीच विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस पार्टी के दिग्गज लंबे समय से कोशिश कर रहे है। इन दोनों के मनमुटाव का आगामी चुनावों पर असर ना पड़े इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार बैठक का आयोजन कर समाधान कर रहे हैं। हाल ही में खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन मीटिंग के बाद कांग्रेस ने कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं।