उदयपुर। मध्यप्रदेश व राजस्थान के बीच में काफी लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा हैं। सीमा विवाद को खत्म करन के लिए दोनों राज्यों के राज्यपाल ने बैठक कर निर्णय निकालने का प्रयास किया। सीमा विवाद खत्म करने के लिए संभागीय आयुक्त कार्यलय में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों राज्यों के राज्यपाल के साथ ही वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इस बैठक में दोनों राज्यों के कलक्टर और पुलिस अधीक्षक भी शामिल हुए।
उदयपुर पहुंचने पर संभागीय आयुक्त राजन्द्र भटट ने दोनों राज्यपाल का स्वागत किया। स्वागत के बाद में बैठक शुरू की गई। राज्यपाल कलराज मिश्र व मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने अधिकारियों के साथ मिलकर बैठक की। दोनो राज्यों के बीच सबसे ज्यादा विवाद धौलपुर, झालावाड, करौली तथा बांसवाड़ा को लेकर है वहीं मध्य प्रदेश के झाबुआ, मंदसौर और नीमच जिलों की जमीन को लेकर दोनों राज्यों के बीच ज्यादा विवाद हैं।
बैठक के दौरान कलक्टर व एसपी के द्वरा अपनी –अपनी बात रखी गई। बैठक में समन्वय के साथ काम करने पर जोर दिया गया। इस दौरान अधिकारियों ने पावर प्रजेंटेशन के जरिए पूरी भौगोलिक परिदृश्य को सामने रखा। राजस्थान में कोटा, बारां, बांसवाड़ा, झालावाड़, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, सवाईमाधोपुर, चित्तौड़गढ़, करौली तथा मध्य प्रदेश के रतलाम, मंदसौर, झाबुआ, शिवपुरी, श्योपुर, नीमच जिलों के जिला कलक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक इस बैठक में शामिल हुए।
पिछले काफी समय से दोनों राज्यों के बीच कई बैठके आयोजित की गई हैं। यह बैठक मंत्रियों से लेकर अधिकारियों तक ने की है लेकिन आज भी विवाद वैसा का वैसा बना हुआ हैं। किसी भी बैठक में इसका कोई हल नहीं निकल पाया हैं। इस बार दोनों राज्यों के राज्यपाल के द्वारा बैठक आयोजित कर हल निकालने का प्रयास किया गया हैं।