Islamic Hijri Year 1446 : इस्लामिक महीनों की बात की जाएं तो इस समय हज का महीना यानी जिलहज चल रहा है। ये हिजरी कैलेंडर का लास्ट महीना होता है। इसके बाद इस्लामी नया साल यानी मुहर्रम का महीना (Islamic Hijri Year 1446) शुरु होता है। आज 11 जून 2024 को जिलहज की 4 तारीख है। 17 जून को ईद उल अजहा का त्योहार इस महीने की दसवी तारीख को मनाया जाएगा। हम आपको इस्लामी नया साल कब से है वो सही तारीख बताने जा रहे हैं ताकि आप भी मुहर्रम की तैयारी कर सके। याद रखें दोस्तों इस महीने में दिल से मातम मनाए और अल्लाह को राजी करें।
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इस्लामी नववर्ष कब से है (Islamic Hijri Calander 1446)
हज का महीना इस्लाम में हिजरी कैलेंडर (Hijri Calander 1446) का अंतिम महीना है। इसके बाद नया इस्लामी साल शुरु होता है। मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है। जिलहज का महीना लगभग 6 जुलाई तक चलेगा। यानी इस्लामी नया साल 7 जुलाई 2024 (Islamic Hijri New Year 1446) को हो सकता है। चांद दिखने पर ही सही तारीख मालूम होगी।
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नववर्ष की शुरुआत मातम के साथ (Hijri Muharram 1446)
खास बात है कि इस्लाम के नये साल की शुरुआत मातम के साथ होती है। क्योंकि मुहर्रम के महीने की दस तारीख को ही मैदाने कर्बला में इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। कर्बला की वो जंग इतिहास में आज भी याद की जाती है। मुहर्रम (Islamic Hijri Muharram 1446) के महीने में मुसलमान जश्न नहीं मनाते हैं, शादी ब्याह के प्रोग्राम नहीं रखते हैं, बल्कि मातमी माहौल रखते हैं। ढोल तमाशे और ताजिये निकालना ये सब बिदआत है।
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हिजरी में 11 दिन का अंतर क्यों हैं (Why is the Islamic calendar 11 days shorter)
हिजरी कैलेंडर चांद पर आधारित होता है। हिजरी का एक महीना 29 या 30 दिन का होता है। यही वजह है कि हर साल में लगभग 11 दिन का अंतर (Why is the Islamic calendar 11 days shorter) आ जाता है। क्योंकि एक हिजरी साल में केवल 354 या 355 दिन ही होते हैं। जबकि ग्रेगेरियन कैलेंडर में साल 365 दिन का होता है। इसी वजह से हर साल ईद या बकरीद एक ही दिन नहीं आती है, बल्कि हर महीने में तीन साल तक अलग अलग तिथि को आती है। जैसे इस बार ईद उल अजहा 17 जून (Eid ul Azha Bakrid 2024) को है, तो साल 2025 में बकरीद 6 जून को होगी।