रूस यूक्रेन के बीच युद्ध चलते लम्बा समय हो चुका है। इस युद्ध के बीच में ही यूक्रेन ने नाटो की विनियस में चल रही बैठक में नाटो सदस्य बनने की भरसक कोशिश की। यहां वे पहले से इस सोच के साथ पहुंचे थे कि उन्हें सदस्या आसानी से मिल जाएगी और रूस के साथ चल रहा युद्ध भी जल्द ही खत्म हो जाएगा। जिसके विपरीत यहां पर जेलेंस्की को नाटो की ओर से यह कहा गया कि यदि वे सदस्यता की सारी शर्तें पूरी करते हैं और सभी सदस्य राजी होते हैं तो ही उन्हें आमंत्रित किया जाएगा।
इस पर यूक्रेन के राष्ट्रपति की ओर से कहा गया कि नाटो की ओर से कार्यक्रम के टाइम की भी जानकारी न देना काफी अजीब है। वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की ओर से कहा गया कि यूक्रेन नाटो में ही है। वहीं ब्रेन वालेस ने इस सम्मेलन में कहा है कि यूक्रेन के लिए सभी की ओर से यही सवाल आ रहा है कि उसे नाटो में कब शामिल करना चाहिए।
आभारी बने यूक्रेन
यूक्रेन की ओर से नाटो में सदस्यता न मिलने के बाद जो बयान दिया गया। उसके बाद ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ब्रेन वालेस ने अपने बयान से उसे झटका भी दे दिया। वालेस ने यूक्रेन से कहा कि उसे पहले से जो समर्थन मिल रहा है, उसके लिए उसे आभारी होना चाहिए। यही नहीं अभी यूक्रेन को घरेलू राजनीति को भी समझने की जरूरत है।
ऋषि सुनक को देनी पड़ी सफाई
वालेस की इस टिप्पणी के बाद प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को ही सफाई देने की जरूरत पड़ गई। सुनक ने कहा कि यूक्रेन आभारी ही रहा है। प्रेस काॅन्फ्रेंस में जब जेलेंस्की से इन बातों को लेकर सवाल पूछे गए तो वे भी सोच में पड़ गए। वालेस की ओर से इस मामले में कहा गया कि अब तक यूक्रेन को पश्चिमी देशों की ओर से काफी हथियार दिए जा चुके हैं। अब ये देश भी हथियार देते हुए परेशान हो चुके हैं। जो हालात आने वाले समय में राजनीति में बड़े बदलाव होने का कारण बन सकते हैं।