डीडवाना। Didwana News : राजस्थान विधानसभा चुनाव 2024 के बाद से डीडवाना में नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू है। डीडवाना विधायक यूनुस खान (MLA Yunus Khan) और पूर्व विधायक चेतन डूडी (Ex MLA Chetan Dudi) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। गत दिवस विधायक यूनुस खान ने पूर्व विधायक चेतन डूडी पर मंडुकरा अस्पताल गांव से 6 किलोमीटर दूर बनाने का आरोप लगाया था, जिस पर आज पूर्व विधायक चेतन डूडी ने पलटवार किया है।
सरकार को दान की अपनी भूमि
अब चेतन डूडी ने प्रेस वार्ता (Chetan Dudi Press Conference) कर कहा कि मंडुकरा सीएससी गांव से 2 किलोमीटर भी दूर नहीं है और यह भूमि उन्होंने खुद सरकार को दान की है ताकि गांव के लोगों के लिए यहां अस्पताल बन सके। इस अस्पताल पर ना तो मेरा नाम लिखा है, ना ही मेरे पिताजी का नाम लिखा है, क्योंकि हमें किसी ख्याति की कोई आवश्यकता नहीं है। लेकिन विधायक यूनुस खान ने डीडवाना का सबसे बड़ा जमीन घोटाला किया है।
यूनुस खान पर लगाया जमीन घोटाले का आरोप
डूडी ने आरोप लगाया कि डीडवाना विकास परिषद समिति द्वारा संचालित महिला महाविद्यालय जिस भूमि पर बना है, वह सरकारी है और इसका कब्जा यूनुस खान के संरक्षण में निजी लोगों द्वारा किया गया है। जबकि जब यह सरकारी भूमि इस समिति को दी गई थी, तब लीज डीड की शर्तों के मुताबिक डीडवाना में राजकीय कन्या महाविद्यालय स्वीकृत होने पर उक्त भूमि और भवन सरकार को सौंपना था, लेकिन विधायक यूनुस खान की मंशा इस जमीन पर कब्जा करने की थी। इस वजह से उन्होंने यह जमीन सरकार को नहीं सौंपी और हाई कोर्ट से स्टे ले आए। चेतन डूडी ने यह भी कहा कि यूनुस खान झूठ बोल रहे हैं, यह महिला कॉलेज पीपीपी मोड पर नहीं बना है। बल्कि इसे सरकारी जमीन पर निजी संस्था ने बनाया है।
जनता को नहीं मिल रही मूलभूत सुविधाएं
डीडवाना से पूर्व विधायक चेतन डूडी ने कहा की एक और यूनुस खान जय जय जनता, जय जय डीडवाना का नारा लगाते हैं, दूसरी ओर जनता बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओ से भी वंचित है। वहीं स्कूल, कॉलेज में स्टाफ नहीं है। लेकिन विधायक इन समस्याओं को दूर करने की कोई कोशिश नहीं कर रहे। यूनुस खान ने डीडवाना में एयरपोर्ट बनाने का भी दावा किया था, और अब कहते हैं कि मेरी सुनवाई नहीं होती। ऐसे में जाहिर है कि यूनुस खान मनगढ़ंत और झूठे आरोप लगाकर झूठी राजनीति कर रहे हैं।
— गुलाम नबी, संवाददाता