ब्यावर। राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में क्वालिटी ऐश्यारेंस के तहत चल रहे कायाकल्प प्रोग्राम के तहत राज्यस्तरीय टीम ने निरीक्षण किया और एकेएच की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। टीम ने व्यवस्थाओं पर संतोष जाहिर किया। साथ ही जहां छुटपुट कमियां मिली उनमें सुधार के लिए भी निर्देशित किया। जानकारी के अनुसार प्रदेश के सरकारी जिला अस्पतालो में कायाकल्प प्रोग्राम के तहत एसेसमेंट किया जा रहा है। जिसके तहत क्लालिटी एवं कायाकल्प के तहत टीम प्रभारी प्रतापगढ़ के वरिष्ठ सर्जन डा. विनोद मीणा ने एकेएच की टीम ने एकेएच की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान अस्पताल पीएमओ डा. एसएस चौहान, हैल्थ मैनेजर सिद्धांत जोशी, नर्सिंग अधीक्षक हनुमान चौहान, हनुमान नामा, नावेज असलम तथा नर्सिग अधिकारी लोकेश कुमावत ने उन्हें एकेएच के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण करवाया तथा जानकारी दी। उन्होंने मुख्य भवन में ट्रोमा, आईसीयू, डीडीसी काउंटरो सहित आउटडोर की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके साथ ही एमसीएच विंग में गायनिक वार्ड, एमटीसी एवं शिशु नर्सरी एवं अन्य वार्डो का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
टीम ने कुछ कमियों को दूर करने के दिए निर्देश
मुख्य रूप से एकेएच की सफाई व्यवस्था तथा बायो वेस्ट मैनेजमेंट की जानकारी ली। इसके साथ ही मरीजों को दी जा रही सुविधाओं आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान टीम सदस्यों ने विभिन्न वार्डो में पलंगों पर गद्दे व चद्दरे नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए इसकी व्यवस्थाएं करने के साथ-साथ अस्पताल भवन में व्याप्त परेशानियों को शीघ्र ही इन्हें दूर करने के निर्देश दिए। इसके अलावा भी टीम के सदस्यों को जहां भी कमी मिली उन्हें सुधारने के लिए निर्देशित किया। मालूम हो कि निरीक्षण के पश्चात 70 प्रतिशक अंक मिलने पर वार्षिक असेसमेंट किया जाएगा। जिससे राज्य स्तर पर रैकिंग का निर्धारण होगा। पूर्व में भी राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय राज्यस्तर पर दूसरे स्थान पर रहा है। टीम में डा. विनोद मीणा के साथ डा. बिलोरिया मौजूद थे।