जयपुर। Agniveer Scheme : शुक्रवार को जुम्मे की नमाज (Jumme Ki Namaz) के बाद अग्निवीर योजना पर मुस्लिमों की राय को लेकर 300 मस्जिदों से बड़ा ऐलान किया गया जिसके बारे में जानकर इस योजना के विरोधी हैं। यह मामला योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर शहर का है। यहां पर जुम्मे की नमाज के बाद 300 मस्जिदों से मोदी सरकार की अग्निवीर योजना को लेकर जो ऐलान किया गया है उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है।
अग्निवीर बनें मुसलमान
कानुपुर में मुस्लिम समुदाय ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का खुला समर्थन किया है जिसके बाद इस योजना के विरोधियों को करारा जवाब मिला है। शहर में 300 से अधिक मस्जिदों से शुक्रवार को नमाज की तकरीर में ऐलान किया गया कि यह योजना देश के मुसलमानों के हित में है। इसके तहत उनको देशभक्ति दिखाने के लिए वीर अब्दुल हमीद की तरह देश की सेवा करने का मौका मिल रहा है।
देश भक्ति पर सवाल उठाने वालों को मुंह तोड़ जवाब
कानपुर शहर काजी मुफ्ती साकिब अदीब ने यहां तक कहा कि मुसलमान नौजवानों को बढ़-चढ़कर अग्निवीर योजना का फायदा उठाना चाहिए। ऐसा करने से मुस्लिमों की देशभक्ति पर सवाल खड़ा करने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिलने के साथ ही बेरोजगारी भी दूर होगी।
मुस्जिदों के ऐलान में अग्निवीर योजना की तारीफ
कानपुर शहर के नारामऊ, रानीगंज, ओमपुरवा, नानपारा, छोटी बीबी का हाता समेत 300 से अधिक मस्जिदों में जुम्मे की नमाज के बाद तकरीर दी गई जिसमें अग्निपथ योजना की जमकर तारीफ की गई। इसको लेकर सभी मुस्लिम नेता एक राय में दिखे और कहा कि मोदी सरकार की यह योजना सभी जाति-समाज व वर्ग की बेहतरी के लिए है। इसको लेकर मौलानाओं ने कहा, अग्निवीर योजना में शामिल होने से भारत में मुस्लिमों का मान सम्मान बढ़ने के साथ ही उनकी बेरोजगारी की समस्या भी दूर होगी। भारतीय सेनाओं में नौकरी करने के चार साल बाद युवाओं के हाथ में इतना पैसा होगा कि वो अपने शहर में मनचाहा कारोबार कर सकेंगे। इतना ही नहीं बल्कि केंद्र व राज्य सरकार के अन्य विभागों में नौकरी करने का भी मौका मिलेगा।
मुस्लिम युवाओं से खास अपील
आल इंडिया सुन्नी उलेमा कौंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीस ने कहा ‘मुस्लिम युवाओं से अपील है कि अग्निपथ योजना में जरूर आवेदन करें। यह योजना बेरोजगारी दूर करने के साथ ही देश सेवा का मौका देने वाली है। वहीं, नायब, शहर काजी सगीर आलम हबीबी ने कहा कि अग्निपथ योजना को धर्म-जाति के चश्मे से हटकर देखना चाहिए। यह योजना मुस्लिमों को वीर अब्दुल हमीद के रास्ते पर चलने का सुनहरा अवसर दे रही है।