रेलवे ट्रैक पर लम्बी कतार और उठक बैठक लगाते लोग। ये नजारा गोवा के दूधसागर डैम पर देखने को मिला। जहां पर्यटकों को सबक सिखाने और दुर्घटना से बचाने के लिए पुलिस ने अजब गजब रास्ता निकाला। गोवा के दूधसागर वाॅटरफाॅल पर मौसम का मजा लेने के लिए रविवार को बड़ी संख्या में पर्यटक पहुचे थे। यहां मानसून के बीच ट्रैकिंग करने से हादसों का खतरा रहता है।
इसी स्थिति से बचने के लिए गोवा रेलवे पुलिस और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की ओर से झरने पर एंट्री को बैन कर दिया गया था। इसके बाद भी सैकड़ों की संख्या में पर्यटक वॉटरफॉल का मजा लेने पहुंचे। जो दूधसागर रेलवे स्टेशन पर पटरियों के किनारे से ट्रैकिंग करने लगे। पुलिस की ओर से इन पर्यटकों को रोका गया। जिसके बाद उन्होंने ट्रैक पर जाम लगा दिया।
पर्यटकों की इस हरकत के बाद उन्हें सबक सिखाने के लिए रेलवे पुलिस ने दूधसागर रेलवे ट्रैक के पास ही कुछ ट्रेकर्स से उठक-बैठक करवाई। जानकारी के अनुसार ये लोग दूधसागर स्टेशन पर थोड़ी देर पहले ही ट्रेन से उतरे थे। रेलवे के नियमों को तोड़ने के कारण पुलिस ने इन लोगों पर एक्शन लिया। जिससे वे यह फिर से न दोहराएं।
न चलें ट्रैक के किनारे
साउथ वेस्टर्न रेलवे की ओर से लोगों से ट्रैक के किनारे न चलने की अपील की। रेलवे की ओर से यह अपील ट्विटर हैंडल पर भी की गई। जिसमें लिखा था कि दूधसागर झरने की खूबसूरती का आनंद ट्रेन में बैठ कर ही लें।
अपराध की होती है श्रेणी
ट्रैक के किनारे चलना न सिर्फ लोगों की जान के लिए ही खतरा है साथ में अपराध भी है। रेलवे एक्ट के अनुसार सेक्शन 147 और 159 के तहत ऐसा करना अपराध की श्रेणी में माना जाता है।