Sikar News: राजस्थान में लगातार कई जिलों में ‘कोचिंग हब’ बनने से दूसरे राज्यों के बच्चे बढ़ी संख्या में पढ़ाई के लिए आ रहे है। लेकिन कोटा में लगातार मौत के मामले बढ़ते देख सरकार और प्रशासन ने अपनी तरफ से पूरे प्रयास किए है। लेकिन इसके बाद भी कोई सफलता नहीं मिली है और इस बीच शेखावटी की सान सीकर भी कोचिंग हब बनने की तरफ बढ़ रहा है। लेकिन इससे पहले ही यहां से डराने वाली खबरें आने लगी है और पिछले कुछ दिनों में 2 छात्रों ने सुसाइड किया।
आत्महत्या के इन मामलों ने ना सिर्फ प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि कई प्रकार के संदेह भी पैदा कर रहा है। इस प्रकार की खबरों के बाद लोगों के मन में सवाल है की सीकर भी कोटा की राह पर चल पड़ा है। सुसाइड के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने अपने स्तर पर इनको रोकने की तैयारी शुरू कर दी है।
सुसाइड किया
दो छात्रों ने सुसाइड किया उनमें करौली का रहने वाला है एडमिशन कराकर उसके पिता वापस गए तो उसने दूसरे दिन ही हॉस्टल के कमरे में लटकर जान ले ली। सुसाइड से पहले घरवालों से लंबे समय तक बात हुई थी। लेकिन इसके बाद उसने देर रात यह कदम उठाया।
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कमरे में लगा ली फांसी
नीट फाउंडेशन कोर्स की तैयारी करने के लिए जयपुर के से सीकर आए छात्र ने गुरुकृपा कैरियर इंस्टिट्यूट में एडमिशन लिया था। इंस्टिट्यूट के पीछे ही एक मकान भी मिल गया था, 1 जून की सुबह छोटे भाई को कमरे में सोने की बात कहकर अंदर गया और फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
एक ही इंस्टीट्यूट के दोनों छात्र
दोनों मृतक गुरुकृपा कैरियर इंस्टीट्यूट के हैं और दोनों के पास से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। कयास लगाए जा रहे है कि दोनों मृतक छात्रों का मन नहीं लगा, जिसके चलते सुसाइड किया। पुलिस जांच करने में डटी हुई है।
गाइडलाइन की नहीं हो रही पालना
सीकर भी कोटा की तर्ज पर कोचिंग हब की तरह बन गया है। सीकर में सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है और कोचिंग में एडमिशन के लिए उम्र तय होना जरूरी है। केंद्र सरकार ने गाइडलाइन जारी की हैं लेकिन इसकी पालना नहीं हो रही है।
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एक्शन में प्रशासन
दो छात्रों की सुसाइड के बाद प्रशासन एक्टिव मोड़ में आ गया है। कोचिंग छात्रों की समस्याओं पर अधिकारियों ने बैठक की है और एक टोल फ्री नंबर 01572-251008 भी जारी किया गया है, जिसके जरिए छात्र परामर्श ले सकेंगे और अपनी शिकायत के बारे में बता सकेंगे। मानसिक तनाव या अवसाद की स्थिति में काउंसलिंग भी करवाई जाएगी।