कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मंगलवार को विपक्षी एकता की बैठक का दूसरा दिन है। आज की बैठक सुबह 11 बजे से शुरू हो चुकी है। बैठक के लिए होटल के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भारी संख्या में पुलिकर्मियों को तैनात किया गया है। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी को विपक्षी दलों का प्रमुख बनाया जा सकता हैं। वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार संयोजक की भूमिका में नजर आ सकते हैं। आज की बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, राज्यवार गठबंधन, सीट शेयरिंग के अलावा महागठबंधन के नए नाम पर चर्चा हो सकती है।
26 दल होंगे शामिल
भारतीय जनता पार्टी को आम चुनावों में हराने के लिए विपक्षी दलों की बैठक में आज 26 दल एक हो रहे है। इससे पहले पटना में 23 जून को नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में 17 पार्टियां ही शामिल हुई थी। मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी सोमवार को चार्टर प्लेन से बेंगलुरु पहुंचे थे। कर्नाटक के CM सिद्धारमैया और डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने तीनों का स्वागत किया था।
संयोजक की नियुक्ति पर होगी चर्चा
विपक्षी एकता की बैठक में सभी दलों से कॉर्डिनेशन करने के लिए संयोजक की नियुक्ति को लेकर भी चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी या नीतीश कुमार में से किसी एक को संयोजक बनाया जा सकता है। सोनिया गांधी के नाम पर सहमति बनने की अधिक संभावनाएं है। क्योंकि वो प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार नहीं होगी। वहीं यह भी माना जा रहा है कि सोनिया गांधी को विपक्षी दलों का प्रमुख भी बनाया जा सकता है।
सोमवार शाम को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की ओर से विपक्षी पार्टियों के नेताओं के लिए डिनर रखा गया था। शरद पवार इस रात्रि भोज में शामिल नहीं हुए थे लेकिन आज की बैठक में शामिल होने के लिए एनसीपी मुखिया शरद पवार बेंगलुरु पहुंच गए हैं। आज की मीटिंग की खास बात यह है कि इसमें विपक्षी गठबंधन का नाम भी तय कर लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी को चार नाम भेजे गए हैं। इन्हीं में से किसी एक नाम को फाइनल किया जा सकता है।