इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Whatsapp पर जालसाजों ने नई तकनीक अपनाकर फ्रॉड करना शुरू कर दिया है। ठगी करने वाले लोग खुद के चेहरे की जगह सामने वाले के किसी अपने का चेहरा लगाकर वीडियो कॉल करके पैसे मांग रहे हैं। जालसाजों ने AI Deepfake तकनीक का सहारा लेकर लोगों को लूटना चालू कर दिया है। इस तकनीक से असली और नकली चेहरे में फर्क करना मुश्किल होता है। जानते हैं इस खास तकनीक के बारे में।
क्या हैं AI Deepfake तकनीक
AI Deepfake तकनीक के सहयोग से फर्जी फोटो और वीडियो लगाया जा सकता है। साथ ही इसमें ऑडियो बदलने का भी ऑप्शन होता है। इस तकनीक से किसी का भी चेहरा बनाकर दिखाया जा सकता है। इसमें यह बताना मुश्किल हो जाता है कि वीडियो असली है या नकली। इस तकनीक के माध्यम से घोटालेबाजों ने परिवार या दोस्तों के चेहरे लगाकर लोगों से पैसे लेना शुरू कर दिया है। हाल ही में केरल के एक व्यक्ति का मामला सामने आया है जिसमें डीपफेक तकनीक से 40,000 रुपये ऐंठ लिए।
ऐसे बचें डीपफेक तकनीक से
ठगी करने वाले लोग सोशल मीडिया पर जो हमारी फोटो पोस्ट की हुई होती है उनका ही इस्तेमाल करके फर्जी वीडियो कॉल करते हैं। सोशल मीडिया से ही उन्हें परिवार व दोस्तों के बारे में सारी जानकारी मिलती है। इसलिए पुलिस ने सतर्क रहने के लिए कहा है और किसी भी संदिग्ध कॉल की सूचना तुरंत पुलिस को देने का भी अनुरोध किया है ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके।