Rajasthan News: राजस्थान की सियासत में फोन टैपिंग मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत और उनके ओएसडी रहे लोकेश शर्मा के बीच बातचीत का कथित ऑडियो सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को एक बड़ा हथियार मिल गया है। शेखावत ने कहा है कि, जिस शपथ को लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर गहलोत बैठे थे, उसका उन्होंने अनादर किया है। जो मैं कहता था, वो अब ऑडियो से स्वतः ही स्पष्ट हो गया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, अपनी कुर्सी को हिलता हुआ देख पूर्ववर्ती सरकार ने मंत्रियों, अपने लोगों और दूसरी पार्टी के नेताओं की फोन टैपिंग करवाई थी। यह एक अपराध है। गहलोत ने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री होते हुए खुद एक ऑडियो टैप के माध्यम से, एक पेन ड्राइव देकर टैपिंग को लीक कराने का अपराध किया।
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न्यायालय को करना है फैसला: शेखावत
केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री ने कहा, यह पूरा मामला अभी न्यायालय में लंबित है। ऐसे में फैसला न्यायालय को ही करना है। लेकिन ऑडियो सामने आने के बाद राजस्थान की जनता के सामने सबकुछ स्पष्ट हो गया है। बता दे यह पूरा मामला जुलाई 2020 का है, जब सचिन पायलट खेमे की बगावत की वजह से उस वक्त की गहलोत सरकार खतरे में आ चुकी थी। इसके बाद लोकसभा चुनाव के दौरान गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने सीएम पर जासूसी के आरोप लगाए।