देश के 5 राज्यों में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इनमें मध्यप्रदेश भी शामिल है। चुनावों से पहले एमपी में भी राजनीतिक हलचल देखी जा रही है। कांग्रेस के सिंधिया परिवार के खिलाफ बयान देने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पार्टी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस की ओर से की गई आलोचना पर पलटवार किया है। उन्होनें कहा कि अगर ऐसा था तो उनके पिता को और उन्हें कांग्रेस में शामिल ही क्यों किया था।
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दरअसल प्रियंका गांधी की ग्वालियर यात्रा के दौरान स्मारक पर पोस्टर लगाए गए थे कि 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सिंधियाओं ने रानी लक्ष्मीबाई, तथा 1969 और 2020 में कांग्रेस को धोखा दिया। इन पोस्टरों को पुलिस ने हटा दिया। प्रियंका गांधी की रैली में विपक्ष नेता गोविंद सिंह ने संबोधन में सिंधिया परिवार के लिए कहा कि इस परिवार ने लक्ष्मीबाई को धोखा दिया और बाद में कांग्रेस को (जब ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी ने मप्र में कांग्रेस को गिरा दिया)। अब 2020 में भी संपत्ति बचाने के लिए कांग्रेस सरकार को गिराकर धोखा किया है।
कांग्रेस के इस बयान पर चुप्पी तोड़ते हुए ज्योतिरादित्य ने जवाब दिया। कांग्रेस की आलोचना पर ज्योतिरादित्य ने कहा कि अगर ऐसा था तो उनके पिता और उन्हें कांग्रेस में क्यों शामिल किया था। उन्होंने कहा, ‘‘ देखो वे अपना काम करेंगे. जिन्होंने इतिहास का एक पन्ना भी नहीं पढ़ा है उन्हें जो बोलना है बोलने दीजिए. मेरे और मेरे परिवार के कर्म, विचार और विचारधारा ग्वालियर, ग्वालियर संभाग, मप्र और राष्ट्र के लिए समर्पित हैं. .. यदि उन्हें इतनी ही चिंता थी तो उन्होंने मेरे पिताजी (माधवराव सिंधिया), और फिर मुझे कांग्रेस में क्यों शामिल किया।’