Sawan Month Jaipur: आज 22 जुलाई 2024 सोमवार से सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है। इसी के साथ प्रतिवर्ष नियम अनुसार जयपुर के आराध्य देव गोविंददेवजी की सत्ता भी अगले 4 महीनों के लिए ताड़केश्वर महादेव के पास हस्तांतरित हो चुकी है। देवशयनी एकादशी के साथ ही भगवान विष्णु अर्ताथ गोविंद देव जी योग निद्रा में चले गए है। यही वजह है कि सृष्टि का संचालन अब भोलेनाथ करेंगे। इसी तरह जयपुर की सत्ता ताड़केश्वर महादेव चलाएंगे।
जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थित प्राचीन ताड़केश्वर महादेव मंदिर में दूर-दराज से लोग बाबा के दर्शन करने आते हैं। जब-जब छोटी काशी कहे जाने वाले जयपुर की सत्ता ताड़केश्वर महादेव के पास आती है, तब-तब मंदिर परिसर के साथ-साथ प्रदेशभर में सावन के भव्य कार्यक्रम हुए है। एक समय था जब इस मंदिर को ताड़कनाथ के नाम से जाना जाता था, लेकिन शहर के इतिहास से भी पुराने इस मंदिर के आस-पास ताड़ के पेड़ होने से इसका नाम ताड़केश्वर रख दिया गया।
गाय के दूध से प्रकट हुए स्वयंभू शिवलिंग
जयपुर के ताड़केश्वर महादेव मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है। इससे आशय है कि यहां भगवान भोलेनाथ स्वयं प्रकट हुए थे, उन्हें किसी मनुष्य द्वारा स्थापित नहीं किया गया था। इस विशेष मंदिर से जुड़ी मान्यता है कि ‘जिस जगह आज शिवलिंग है, उस जगह पर प्राचीन समय में रोजाना एक गाय आकर खड़ी हो जाती थी और उसके थन से स्वयं ही दूध निकल कर बहने लगता था। लोगों ने उस जगह की खुदाई की, तो जमीन के अंदर से शिवलिंग प्राप्त हुआ।