मणिपुर में 3 मई से शुरू हुई हिंसा अब तक भी थमने का नाम नहीं ले रही है। थोड़े समय के लिए शांत हुई ही थी महिलाओं के निर्वस्त्र कर घुमाने वाले वीडियो ने फिर से माहौल गरम कर दिया। शनिवार को रात में चुरचांदपुर और इंफाल के पास फिर से फायरिंग हुई। वहां मैतई और कुकी समुदाय आमने-सामने हो गए।
दोनों समुदायों ने ऑटोमैटिक रायफल्स, पॉम्पी गन्स, विस्फोटकों से हमला किया गया। उधर थोरबुंग, कांगवाय के कई इलाकों में भी फायरिंग की घटना सामने आई है। बिष्णुपुर के थोरबुंग में भीड़ ने स्कूल और कई घरों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान हिंसा को काबू करने के लिए CRPF, BSF और असम रायफल के जवान तैनात किए गए हैं।
हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर का दौरा करने के लिए आज दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल मणिपुर के लिए सुबह रवाना हुई और 12 बजे इंफाल पहुंची। आज मणिपुर में स्वाति मालीवाल हिंसा पीड़ित लोगों से मिलेंगी। इससे पहले मणिपुर सरकार ने उन्हें कानून-व्यवस्था का हवाला देकर राज्य का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
वहीं मणिपुर की इस तरह की दरिंदगी से पड़ोसी राज्य मिजोरम में दहशत फैल गई है। मिजोरम में रह रहे मैतई समुदाय के लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। मिजोरम सरकार ने मैतेइयों की सुरक्षा के लिए राजधानी आइजोल में चार बटालियन कैंप बनाए हैं। साथ ही मणिपुर-मिजोरम सीमा पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।