वाराणसी कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद आज ज्ञानवापी सर्वे शुरू हो चुका है। एएसआई की टीम सुबह 7 बजे ही वाराणसी पहुंच गई थी। खबरों के मुताबिक 43 सदस्यीय टीम वजूखाने को छोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे करा रही है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग इस सर्वे शुरू के दौरान छोटी से छोटी वस्तु को भी प्रमाण के तौर पर जुटाएगा। प्रशासन ने शहर में हाई अलर्ट जारी किया है। माना जा रहा है कि सर्वे में 5-6 दिन का समय लग सकता है।
मुस्लिम पक्ष सर्वे की तिथि आगे बढ़ाने की कर रहा मांग
सर्वे करने वाली टीम ने काशी विश्वनाथ के गेट नंबर 4 से प्रवेश किया। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन भी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में मौजूद हैं। मीडिया जानकारी के मुताबिक मुस्लिम पक्ष का कोई भी सदस्य परिसर में नहीं पहुंचा था। ऐसे में मुस्लिम पक्ष की गैरमौजूदगी के कारण सर्वे को लेकर सदस्यों में ऊहापोह की स्थिति बनी रही। अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने जिला जज के आदेश के खिलाफ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का हवाला देकर सर्वे की तिथि आगे बढ़ाने की मांग रखी है।
इन सामानों के साथ अंदर पहुंची टीम
सर्वे के लिए परिसर में जरुरत के सभी सामान पहुंचाए गए। झाड़ू और फावड़े से लेकर अत्याधुनिक मशीनें तक अंदर ले जाई गई हैं। अगर सर्वे के दौरान खुदाई करने की जरुरत हुई तो खुदाई भी की जाएगी। 43 सदस्यों की टीम को 4 भागों में बांटकर सर्वे शुरू किया गया। ज्ञानवापी परिसर का निरीक्षण कार्य दूसरे घंटे भी जारी है।
ज्ञानवापी विवाद एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है। सर्वे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। जैसे ही लोगों को सर्वे शुरू होने की खबर मिली परिसर के बाहर भारी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई है। कुछ समय बाद मुस्लिम पक्ष भी परिसर में पहुंचा। हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों के वकील भी सर्वे टीम के साथ परिसर में मौजूद हैं।