संसद में जहां देशहित के अहम फैसले लिए जाते हैं वो अब नेताओं के लिए रणक्षेत्र बन चुकी है। जब भी सदन में सत्र शुरू होते हैं तो वहां राजनीतिक दंगल चालू हो जाता है। इस मानसून सत्र में भी यही देखने को मिल रहा है। आज मानसून सत्र के चौथे दिन भी सदन में हंगामा हो गया। मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी को घेर रहे हैं। पीएम मोदी के मणिपुर बयान को लेकर विपक्ष अड़ा हुआ है।
लोकसभा की कार्रवाई को शुरू होने के 3 मिनट बाद ही स्थगित करना पड़ा। लोकसभा की कार्रवाई दोपहर 2 बजे फिर से शुरू की जाएगी। वहीं राज्यसभा भी 12 बजे तक के लिए स्थगित हुई थी। इसके बाद फिर से जैसे ही राज्यसभा की कार्रवाई शुरू की गई विपक्ष ने नारेबाजी चालू कर दी।
आज सुबह सत्र से पहले संसदीय दल की और विपक्षी पार्टियों के गठबंधन I.N.D.I.A की अलग-अलग बैठकें भी हुई। संसदीय दल की बैठक के दौरान पीएम मोदी ने I.N.D.I.A की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और इंडियन मुजाहिद्दीन से की। वहीं विपक्षी पार्टी की बैठक से मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की खबर सामने आई है।
इंडिया नाम जोड़ना बना फैशन
BJP सांसद निशिकांत दुबे ने भी कहा, कि आजकल इंडिया नाम जोड़ने का फैशन बन चुका है। इंडिया नाम को पार्टी के नाम में शामिल करने का ट्रेंड चल रहा है। हमने पीपुल्स फ्रंट को बैन किया, वो भी खुद को इंडिया कहते हैं। जो इंडिया नाम को शामिल करते हैं वह अर्बन-नक्सलवाद से संबंधित है वे खुद को वैध करने के लिए इंडिया नाम जोड़ देते हैं और यह सभी अर्बन नक्सलवादी हैं।
सांसद संजय सिंह ने अपने निलंबन पर मंगलवार को टिप्मणी की। उन्होनें कहा कि मैं निलंबन को लेकर कुछ नहीं कहूंगा क्योंकि जगदीप धनखड़ राजनीति से जुड़े व्यक्ति नहीं हैं, उपराष्ट्रपति हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर मुद्दे पर चुप क्यों हैं? संसद में मणिपुर का मुद्दा उठाना हमारी जिम्मेदारी है।"