Iran Israel War अगले 72 घंटों में शुरू होने वाला है जिसके बाद भारी तबाही मच सकती है। इतना ही नहीं बल्कि यह युद्ध शुरू होने के कारण 40 हजार भारतीयों पर भी खतरा मंडरा गया है। ईरान द्वारा इजरायल पर हमले को लेकर अमेरिका ने अलर्ट किया है। दूसरी तरफ इजरायल पर हिजबुल्लाह ने बोला बड़ा हमला दिया है जिसके तहत उसने एकसाथ 50 रॉकेट दागे हैं। इसी के साथ ही माना जा रहा है कि मध्य एशिया में कुछ बड़ा होने वाला है जिसका खामियाजा पूरे विश्व को भुगतना पड़ सकता है।
हमास नेता इस्माइल हानिया की मौत बनी कारण
दरअसल, हमास नेता इस्माइल हानिया की ईरान की धरती पर हत्या हो गई थी जिसके बाद ईरान ने कहा था कि वो इजरायल से इसका बदला लेगा। ऐसे में ईरान अब कभी भी इजरायल पर हमला कर सकता है। इजरायल पर हमला करने के लिए ईरान लेबनान, सीरिया, इराक अथवा यमन की धरती यूज कर सकता है। इसी के साथ ही अब इजरायल और उसका खास सहयोगी अमेरिका भी अलर्ट हो चुका है। अमेरिका की तरफ से ईरानी हमले रोकने के लिए एक बार उसी तरह का गठबंधन बनाया है, जैसा इस साल अप्रैल में बनाया गया था। उस समय ईरान की ओर से इजरायल पर हुए मिसाइल और ड्रोन हमलों को अमेरिका ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर रोक दिया था।
इजरायल पर ड्रोन और मिसाइल हमले की तैयारी
खबर है कि ईरान अब इजरायल (Attack on Israel) पर हमला करने के लिए सीरिया से ड्रोन और मिसाइल लॉन्च कर सकता है। यूके स्थित युद्ध मॉनिटर सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट की रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी ड्रोन दमिश्क के पास के इलाकों और सीरिया के रेगिस्तान से लॉन्च किए जा सकते हैं, ताकि ऐसा लगे कि ये हमला इराक में ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों ने किया है।
अमेरिका ने बनाया बचाव गठबंधन
इसी के साथ ही अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने फिर से इजरायल की सुरक्षा की रक्षा की प्रतिबद्धता दोहराई है। इसके साथ ही खाड़ी में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इजरायल की सुरक्षा का इंतजाम भी किया जा रहा है। हिजबुल्लाह और ईरान के हमलों को देखते हुए इजरायल और अमेरिका क्षेत्रीय गठबंधन के लिए सहयोगियों के साथ व्यवस्था को अंतिम रूप दे रहे हैं जिससें हमलों को रोका जा सके।
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ये हैं इजरायल के सहयोगी देश
इजरायल को बचाने के लिए अमेरिका के साथ इस गठबंधन में ब्रिटेन के साथ ही मिस्र और जॉर्डन भी हैं जो मिसाइलें और ड्रोन दागे जाने पर उन्हें रोकने में सहायता के लिए तैयार हैं। आपको बता दें कि यह वही गठबंधन है जिसने ईरान के इजरायल पर 13-14 अप्रैल के ड्रोन और मिसाइल हमले को विफल कर दिया था। इतना ही नहीं बल्कि अमेरिका ने मिसाइल और ड्रोन लॉन्च का पता लगाने और उन्हें विफल करने की क्षमता रखने वाले जहाजों को भी इजरायल की सहायता के लिए भेजा है।
40 हजार भारतीयों पर आया संकट
इरान और इजरायल के इस युद्ध से अब 40 हजार भारतीयों पर संकट गहरा गया है। अभी इजरायल में 26 हजार, ईरान में 10 हजार और लेबनान में 4 हजार भारतीय रहते हैं। इजरायल में 2023 में सिर्फ 18 हजार भारतीय रहते थे, लेकिन अब ये बढ़कर 26000 हो गए हैं। क्योंकि इजरायल ने बड़े पैमाने पर भारतीय कामगारों की भर्ती की है। इस कारण वहां पर भारतीयों की संख्या बढ़ गई है। वहीं, भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी अब हरकत में आ गई हैं और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है।