जयुपर। लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) ने राज्य की भजनलाल सरकार पर बड़ा हमला बोला है। सोमवार शाम को 5 बजे जयपुर के एसएमएस अस्पताल के पास चल रहे धरने में शामिल हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि राजस्थान की भाजपा सरकार पांच जगह से चल रही है। राज्य की जनता नहीं समझ नहीं पा रही हैं कि आखिरकार किसकी सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि दो जगह दिल्ली में हैं जहां से राजस्थान की सरकार को हैंडल किया जा रहा है और तीसरी जगह राजस्थान में हैं।
इन 5 जगहों से चलाई जा रही हैं राजस्थान सरकार
जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) ने कहा कि दिल्ली में पीएम नरेंन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सरकार को चला रहे हैं, जबकि कोटा में समानांतर सरकार का संचालन हो रहा है। उन्होंने राजस्थान में 3 प्रमुख स्थानों का उल्लेख किया जहां से सरकार को संचालित किया जा रहा है। पहला स्थान है सीएमओ, जहां से भजनलाल शर्मा सरकार को चला रहे हैं। दूसरा स्थान है संघ का कार्यालय, जहां से भी सरकार की गतिविधियां संचालित हो रही हैं।
जब उनसे पूछा गया कि राजस्थान में तीसरा स्थान कौन सा है, जहां से सरकार चलाई जा रही है, तो उन्होंने कहा कि तीसरे स्थान के बारे में सबको पता है, आप खुद समझ सकते हैं। बेनीवाल का इशारा चीफ सेक्रेटरी की ओर था। राजस्थान में भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से कई बार ब्यूरोक्रेसी के हावी होने की बात उठ चुकी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक भी इस बात को मान चुके हैं कि प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी का प्रभाव बढ़ गया है।
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दलितों के प्रति भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण अपनाती है बीजेपी
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के राष्ट्रीय संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार दलितों के प्रति भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण अपनाती है। सोमवार को दिवंगत हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के परिजनों के साथ धरना देने पहुंचे बेनीवाल ने कहा कि न्याय की इस लड़ाई में वे हर संभव मदद करेंगे। बेनीवाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह संवेदनहीन हो चुकी है।
दिवंगत हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा ने अपने सुसाइड नोट में कई गंभीर बातें दर्ज की थीं, लेकिन सरकार ने किसी भी आरोपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे यह स्पष्ट होता है कि एक दलित पुलिसकर्मी की मृत्यु से सरकार को कोई सरोकार नहीं है। स्वर्गीय बैरवा के परिजनों को न्याय दिलवाने के लिए प्रदेश का दलित और ओबीसी समाज राजधानी की सड़कों पर उतरा है, लेकिन सरकार इस गंभीर मुद्दे को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रही है।
चुप्पी साधे बैठे है नेता : बेनीवाल
सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal) ने कहा कि दिवंगत बाबूलाल बैरवा ने अपने सुसाइड नोट में न्याय की उम्मीदें में कई नेताओं का नाम लिखा हैं। वो सभी चुप्पी साधे हुए हैं। बेनीवाल का इशारा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा और कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की ओर था। सुसाइड नोट में बाबूलाल बैरवा ने मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम और कैबिनेट मंत्री से मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने लिखा था कि जिन अधिकारियों ने उन्हें प्रताड़ित किया, उन्हें सजा दिलवाई जाए और भांकरोटा थाने में दर्ज तीन मुकदमों की जांच सीबीआई से करवाई जाए।
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