Jammu Kashmir Assembly Election 2024 : नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) की राजनीति पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के परिवार के इर्द-गिर्द घूमती नजर आती है। जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव बिगुल बज चुका है और पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान करना शुरू कर दिया है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (People’s Democratic Party) ने अपनी परंपरागत सीट रही बिजबेहरा से इल्तिजा मुफ्ती (iltija mufti) को चुनावी मैदान में उतारा है। यह वही सीट है जहां से पिछले साल 2014 में मुफ्ती मोहम्मद सईद को जीत मिली थी। इल्तिजा मुफ्ती, जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी हैं। या यूं कहें कि मुफ्ती मोहम्मद सईद के परिवार की तीसरी पीढ़ी की जम्मू कश्मीर की राजनीति में एंट्री हो चुकी है। इल्तिजा मुफ्ती जब जश्मू कश्मीर में धारा 370 को हटाया उस समय सुर्खियों में आई थी। दरअसल, जब महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिया था तो इल्तिजा मुफ्ती को पार्टी ने मीडिया सलाहकार नियुक्त किया था। इसके बाद से पार्टी इल्तिजा मुफ्ती को एक बाद एक जिम्मेदारियां सौंप रही है।
PDP की परंपरागत सीट रही है बिजबेहरा
बिजबेहरा सीट पीडीपी पार्टी की परंपरागत सीट मानी जाती है। यह वही सीट है जहां से पिछले चुनाव में मुफ्ती मोहम्मद सईद को जीत मिली थी। इस पर मोहम्मद सईद के सामने बीजेपी के सोफी यूसुफ और नेशनल कांफ्रेंस के डॉ. अहमद वीरी उम्मीदवार थे।
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370 हटी तो सुर्खियों में आई इल्तिजा मुफ्ती
जब जश्मू कश्मीर में केंद्र सरकार ने धारा 370 को हटाया तो 35 साल की इल्तिजा मुफ्ती सुर्खियों में आई थी। उस समय पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिया गया था। इस दौरान इल्तिजा मुफ्ती ने पार्टी की कमान संभाली थी। पार्टी की तरफ से उन्हें मीडिया सलाहकार नियुक्त किया गया था। इल्तिजा मुफ्ती ने महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लेने पर सवाल खड़े करते हुए गृहमंत्री को पत्र को लिखा था। इसके बाद पीडीपी पार्टी ने इल्तिजा मुफ्ती को कई नई जिम्मेदारी दी थी।
इल्तिजा ने यूके से पूरी की पढ़ाई
इल्तिजा मुफ्ती की एजुकेशन की बात करें तो उनकी स्कूलिंग जम्मू कश्मीर और उच्च शिक्षा यूके से ली। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। ग्रेजुएशन के बाद इल्तिजा यूके चली गई और वहां उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ वॉनविक से इंटरनेशनल रिलेशन में मास्टर्स डिग्री की। इसके बाद इल्तिजा ने इंडियन हाई कमीशन में सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के तौर पर काम किया।
मेरे लिए खास बिजबेहरा सीट
इल्तिजा मुफ्ती ने बिजबेहरा से टिकट मिलने के बाद अपने मन की बात बताते हुए कहा कि मैँ एक पीडीपी कार्यकर्ता के तौर पर बिजबेहरा से चुनाव लड़ना चाहती हूं। मेरे लिए यह बहुत खास है, क्योंकि मुफ्ती साहब की परवरिश, कॉलेज और विश्वविद्यालय के बाद लॉ की प्रैक्टिस भी उन्होंने यहां से की। महबूबा मुफ्ती ने भी अपना पहला चुनाव यहीं से लड़ा। जम्मू कश्मीर फिलहाल बुरे दौर से गुजर रहा है। यहां उथल-पुथल का दौर जारी है और मुझे लगता हमारी आवाज ही हमारी ताकत है। आर्टिकल 370 हटने के बाद मैंने हमेशा यही कोशिश की है कि मैं आपकी आवाज उठाऊं, हमारी आवाज ही हमारी ताकत बनेगी। जश्मी कश्मीर की आवाम बहुत मुश्किल से गुजर रही है। अब जम्मू कश्मीर की जनता की नुमाइंदगी करने का मौका मिला मिलेगा तो मुझे बहुत खुशी होगी।
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2 बहनों में बड़ी हैं इल्तिजा
महबूबा मुफ्ती की 2 बेटियां हैं। इल्तिजा दो बहनों में बड़ी हैं। इल्तिजा की छोटी बहन श्रीनगर में एक पब्लिक रिलेशंस प्रोफेशनल है। इल्तिजा पिछले 5 सालों में लगातार चर्चाओं में रही हैं। साल 2023 में लंबे समय तक पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं होने के बाद उन्होंने जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अदालत के हस्तक्षेप के बाद उन्हें पासपोर्ट मिला था।
जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में होंगे चुनाव
भारतीय चुनाव आयोग के अनुसार जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। जिनमें 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा। वहीं चुनाव का रिजल्ट 4 अक्टूबर को आएगा। चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं, जिनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं। यहां पहली बार वोट देने वाले मतादाताओं की कुल संख्या 3.71 लाख है। कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है।