- विजय बैसला ने राजस्थान बंद करने की कही बात
- केंद्र सरकार से सहयोग की उठाई मांग
- सरकार का मुआवजा देने का मन नहीं
भीलवाड़ा के कोटड़ी क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर भट्टी में जलाने की खबर ने सभी झकजोर कर दिया। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में भाजपा के साथ ही सर्व समाज की ओर से कोटड़ी थाना परिसर में धरना दिया जा रहा है। सीएम गहलोत के और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्र के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक क्राइम दिनेश एमएन ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होनें बालिका के परिजनों से भी मुलाकात की।
धरने की मांग से पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
भट्टी में बालिका को जलाने वाले मामले में भारतीय जनता पार्टी और सर्व समाज का धरना रविवार को भी जारी रहा। उन्होनें धरने में कोटडी थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने, मृतका के परिजनों को 1 करोड़ की सहायता और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने के लिए प्रमुख मांग की है। इसके बाद अजमेर रेंज की आईजी लता मनोज कुमार ने कोटडी थाने के थानाधिकारी खिंवराज गुर्जर को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही कोटड़ी थाने के संतरी अशोक और बीट कॉन्स्टेबल नेतराम को भी लाइन हाज़िर कर दिया है। वहीं पुलिस अधीक्षक भीलवाड़ा आदर्श सीधू ने कोटड़ी थाने के तत्कालीन ड्यूटी ऑफिसर लियाकत को पहले ही सस्पेंड कर दिया था।
बिलखती मां बेटी की कर रही मांग
इसी बीच बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और प्रमुख गुर्जर नेता विजय बैसला भी पीड़िता के घर सांत्वना देने पहुंचे। इसके साथ ही उन्होनें घटनास्थल का भी मुआयना किया। विजय बैसला ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है यह अच्छी बात है लेकिन सरकार का मुआवजा देने और न्याय देने का बिल्कुल भी मन नहीं है। सरकार का कहना है कि हमें वार्ता करनी है, इसका मतलब है कि सरकार की नियत ठीक नहीं है। बालिका की मां बिलख-बिलख कर अपनी बेटी की मांग कर रही है, क्या सरकार वो दे सकती है?
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विजय बैसला ने यह भी कहा कि हमने आसमान के तारे थोड़े ही मांग लिए। केवल 7 दिन में चार्जशीट पाइल करें और केंद्र सरकार भी इस मामले में सहयोग करें। उन्होनें कहा कि मैं इस मामले में कोई राजनीति नहीं करना चाहता केवल समाज की बेटी से न्याय मांग रहा हूं। अगर न्याय मांगना गलत है तो मुझे फांसी पर लटका दो।
विजय बैंसला भी धरने में शामिल हुए। इस दौरान उन्होनें लोगों को संबोधित करते हुए गहलोत सरकार को चुनौती दी। उन्होनें कहा कि हम केवल आरोपियों की फांसी चाहते हैं। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो मैं राजस्थान को बंद कर दूंगा। उस दौरान उन्होनें गहलोत सरकार को यह भी कहा कि हम वही गुर्जर हैं, वही बैसला है और वही सड़कें हैं हम छोड़ेंगे नहीं।