जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने जयपुर जयपुर प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केन्द्र में पांचवें स्वच्छ वायु दिवस के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित किया है। प्रकृति का संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है, और यह हमारी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा है। प्रकृति निरंतर मानवजाति को विभिन्न रूपों में अनमोल सौगातें प्रदान करती रहती है। इसके बदले में हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। हमें प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करना चाहिए और वृक्षारोपण के माध्यम से प्रकृति के संरक्षण में सक्रिय योगदान देना चाहिए। केवल इसी तरह हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुंदर वातावरण सुनिश्चित कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल (CM Bhajanlal Sharma) ने कहा, पानी की बर्बादी को रोकने, थाली में केवल आवश्यकतानुसार भोजन लेने और परिवहन के साधनों का साझा उपयोग करने जैसे छोटे-छोटे प्रयासों से हम बड़े बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 सितंबर को “नीले अम्बर के लिए स्वच्छ वायु का अंतरराष्ट्रीय दिवस” घोषित किया है। इस दिवस का उद्देश्य वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए जागरूकता बढ़ाना और कार्रवाई को प्रोत्साहित करना है।
5 वर्षों में 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत अब तक 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं, और अगले 5 वर्षों में 50 करोड़ पौधे लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ‘मिशन हरियालो राजस्थान’ के तहत 5 सालों में 4 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। इस पहल के माध्यम से राज्य में हरित क्षेत्र का विस्तार और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा। आगे की योजना के तहत, अगले वर्ष से राज्य का ‘ग्रीन बजट’ पेश करने का भी निर्णय लिया गया है।
1000 EV बसें होगी संचालित
प्रदूषण-मुक्त राजस्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य सरकार बड़े शहरों में 1000 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शीघ्र ही शुरू करेगी। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत राज्य में वायु प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए एक राज्य स्तरीय कार्य योजना तैयार की गई है। इस योजना के अंतर्गत, सबसे अधिक प्रदूषित 5 शहरों के लिए विशेष शहरी कार्य योजना भी विकसित की गई है, ताकि इन क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण और वायु गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।
वायु गुणवत्ता की होगी निगरानी
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की तरफ वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन, मोबाइल वैन के जरिए से वायु गुणवत्ता का मापन 600 से अधिक उद्योगों में ऑनलाइन प्रदुषण निगरानी प्रणाली भी स्थापित की। उन्होंने कहा है कि राजस्थान में प्रदूषण नियंत्रण मंडल की 13 प्रयोगशालाओं में से 5 प्रयोगशालाओं का आधुनिकरण किया है।