पाकिस्तान की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। पाकिस्तान के पीएम पद का जिम्मा भी इसी कारण कांटों से भरे ताज से कम नहीं है। नेशनल असेंबली भंग होने के बाद अब ये ताज अनवार उल हक को केयर टेकर पीएम के रूप में मिला है। सरकार और विपक्ष दोनों की ओर से ही इस नाम पर सहमति बनी है। अनवार ब्लूचिस्तान अवामी पार्टी के सीनेटर हैं। शाहबाज शरीफ और विपक्षी नेता राजा रियाज की ओर से राष्ट्रपति के पास उनका नाम मंजूरी के लिए भेजा गया है।
13 को लेंगे शपथ
जानकारी के अनुसार अनवार उल हक पाकिस्तान में 13 अगस्त को शपथ लेने वाले हैं। पाकिस्तान में संसद भंग होने के बाद इस पद के अनुसार केयर टेकर पीएम के तौर पर 90 दिनों में उनकी देश के कामकाज को संभालने की जिम्मेदार होगी। यही नहीं अनवार पर पाकिस्तान के अंदर निष्पक्ष चुनाव करवाने, संसद भंग होने और आर्थिक व्यवस्था को संभालने की भी जिम्मेदारी होगी। जो किसी कांटो के ताज से कम नहीं होगी।
कैसे होता है चयन
पाकिस्तान में संसद भंग की स्थिति में 3 दिन के अंदर कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नाम की सिफारिश की जाती है। राष्ट्रपति की इस सिफारिश पर सहमती मिलना जरूरी होता है। यदि किसी नाम पर पक्ष और विपक्ष की सहमती नहीं बनती तो दोनों ओर से 2-2 नामों की कमेटी भेजी जाती है। जिसके बाद 3 दिनों में केयरटेकर पीएम का चयन किया जाता है। का नाम फाइनल करती है।
ये नाम भी था लिस्ट में
अनवार का नाम भी दो बैठकों के बाद तय किया गया है। वे 2018 में पहली बार इंडिपेंडेंट कैंडिडेट सीनेटर भी चुने गए थे। वहीं एक रिपोर्ट की मानें तो पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पूर्व वित्त मंत्री इशाक डार को केयर टेकर पीएम बनाना चाहते थे। इस कारण यह निर्णय लेने में कुछ समय लगा।