Rajasthan by-Election Devli-Uniara: राजस्थान उपचुनावों में जहां एक ओर सीएम भजनलाल की प्रतिष्ठा दाव पर है वहीं सचिन पायलट भी सुर्खियों में हैं। देवली—उनियारा सीट पर जीत का दावा करते हुए कौन बाजी मारता है ये देखने वाली बात होगी। फिर भी यहां के समीकरण देखें तो बीजेपी के लिए यहां राहें आसान नहीं होंगी। दोनों ही पार्टियां अपनी ओर से बेहतर उम्मीदवार उतारने की कोशिश में लगी हैं। राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव की तैयारियां हो रही हैं। इनमें से एक सीट है सचिन पायलट का गढ़ मानी जाने वाली टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट। इस सीट पर हरीश मीणा विधायक रहे हैं। वे सांसद बने तो विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। अब सीट पर उप-चुनाव में सचिन पायलट की प्रतिष्ठा पर भी सवाल है।
दिल्ली से जयपुर तक दौड़
सियासी उठापठक का दौरा बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों में ही साफ नजर आ रहा है। दोनों पार्टियों ने चुनाव समितियों का गठन कर तैयारियों को पूरा करना शुरू कर दिया है। ऐसे में उम्मीदवारों में भी टिकट के लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जिसके लिए वे दिल्ली से जयपुर तक दौड़ लगा रहे हैं। इस रेस में दोनों ही दलों के कई बड़े नाम शामिल हैं।
यह भी पढ़ें:किरोड़ी लाल मीणा ने बढ़ाई भजनलाल सरकार की टेंशन, कहा- सवाई माधोपुर का इस संभाग रहा अटूट जुड़ाव
कब किसका पलड़ा भारी रहा
बीते चुनावों पर नजर डालें तो देवली-उनियारा विधानसभा सीट हमेशा से ही कांग्रेस के लिए भरोसेमंद सीट रही है। पिछले 4 चुनावों में ही देखें तो बीजेपी और कांग्रेस में हमेशा सक कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है। बीजेपी जहां गुर्जर जाति वहीं कांग्रेस मीणा जाति के उम्मीदवारों पर भरोसा करती रही है। 2008 में परिसीमन के बाद 4 चुनाव हुए हैं। 2008, 2018, 2023 के चुनावों में कांग्रेस ने बाजी मारी। साल 2023 के चुनावों में भी इस सीट से कांग्रेस के हरीश चंद्र मीणा जीते। उन्होंने बीजेपी के विजय बैंसला को 19 हजार 175 वोट से हराया था। 2013 में इस सीट पर बीजेपी से राजेन्द्र गुर्जर ने जीत हासिल की थी। देवली-उनियारा में वर्तमान में कुल 3 लाख 1 हजार 575 मतदाता हैं। 2024 में यहां से 1 लाख 80 हजार 17 मतदाताओं ने वोट डाला। कांग्रेस से सांसद हरीश चंद्र मीणा ने लोकसभा चुनाव में 2 हजार 338 वोटों की बढ़त पाई थी।
यह भी पढ़ें:अजमेर घटना पर सचिन पायलट ने भजनलाल सरकार को घेरा, प्रदेश में चल रहा जंगलराज
जातिगत मतदाता
एसटी-मीणा से 65 हजार से 63 हजार
अनुसूचित जाति- बैरवा, खटीक, कोली, रेगर, हरिजन अन्य जाति में लगभग 57 हजार से 61
गुर्जर में करीब 54 हजार से 57 हजार
ब्राह्मण जाति में करीब 14 हजार से 15 हजार
माली जाति में 11 हजार से 12 हजार करीब
जाट करीब 14 हजार से 15 हजार
मुस्लिम करीब 14 हजार
वैश्य-महाजन करीब 8 हजार
राजपूत करीब 4 हजार
अन्य में 55 हजार से 58 हजार आते हैं
लेटेस्ट न्यूज से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल से जुड़ें।